मतदान के ठीक पहले चंडीगढ़ से पिकनिक मनाने बाहर गए 50 हजार लोग
चंडीगढ़ में आज है मतदान पर !!!!!
सांसद चुनने का वक्त , पर जनता घूमने में मस्त
उत्तर भारत में भीषण गर्मी के बीच लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान आज हो रहा है । चंडीगढ़ , पंजाब , हिमाचल , उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में आज वोट डाले जा रहे हैं । और इस बार चुनाव के हर चरण में मतदान के कम प्रतिशत को लेकर चिंता की लकीरें राजनीतिक दलों के साथ-साथ चुनाव आयोग ने भी लगातार कही है । लोगों से अलग-अलग माध्यमों से मतदान करने के लिए अपील की जा रही है । मगर फिर भी लोग मतदान करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं । कहीं पर मतदान का प्रतिशत 60 है तो कहीं 62 परसेंट के आसपास मतदान निकलकर आया है । ऐसे में चुनाव के अंतिम चरण में चुनाव आयोग के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी ने वोटरों को घर से निकलने के लिए पूरी जी जान लगा दी है । पर सब वोटर को निकलेंगे कहां से जब वोटर घर में है ही नहीं ।
मतदान के पहले हजारों लोग शहर से बाहर
एक आंकड़े के अनुसार चंडीगढ़ से लगभग 50 हजार लोग सैर सपाटे के लिए बाहर चले गए हैं । यह वही लोग हैं जो 5 साल तक सरकार को कोसते रहते हैं । इनमें से ज्यादातर वह लोग भी हैं जो राजनीतिक दलों और नेताओं पर चर्चा भी करते हैं । अगली सरकार किसकी बनने जा रही है चर्चा का मुख्य विषय भी ज्यादा तर यही होता है परंतु जब देश के लिए सरकार चुनने की बारी आई तो इनको चर्चा से ज्यादा महत्वपूर्ण परिवार के साथ शहर से पता लगा और घूमने निकल गए । यहां यह भी आपको बताने जिक्र योग है कि इनमें से ज्यादातर लोगों ने देश के बाहर घूमने का प्लान बनकर बाहर जा चुके हैं । और बहुत सारे लोगों ने पर्यटन स्थलों की तरफ अपना रुख कर लिया है क्योंकि मैदानी इलाकों में गर्मी बहुत ज्यादा पड़ रही है तो छुट्टियां मनाने के लिए पहाड़ सबसे उपयुक्त नजर आ रहे हैं । वैसे भी आमतौर पर चंडीगढ़ से शनिवार इतवार को काफी संख्या में सैलानी हिमाचल और उत्तराखंड का रुख कर ही लेते हैं और इस बार का तो चुनाव भी शनिवार को पड़ रहा है तो ऐसी स्थिति में माना यह भी जा रहा है कि जो लोग बाहर नहीं जा पाए हैं उनमें से भी कुछ लोग शुक्रवार की रात घूमने के लिए निकल जा सकते हैं ।
कैसे-कैसे टूर पैकेज बिक रहे हैं इस समय
जब हमने 30 तारीख से लेकर 4 तारीख तक के डाटा को विभिन्न विभिन्न टूर पैकेज बनाने वाली कंपनियों के साथ सर्च किया तो जानकारी मिली कि ज्यादातर लोगों ने शुक्रवार की रात से लेकर इतवार की शाम तक के टूर पैकेज बुक किए हैं । उसकी बड़ी वजह यही है क्योंकि शनिवार को मतदान होना इसके लिए छुट्टी है इतवार को छुट्टी मिल जाएगी जिसकी वजह से शनिवार इतवार छुट्टी का दिन आराम से बिता के वापस आ जाएंगे । अलबत्ता करीब 7 से 8000 लोगों ने 5 से 6 दिन का टूरिंग पैकेज भी लिया है और यह वह लोग हैं जो देश से बाहर घूमने के लिए चले गए हैं । यह जो आंकड़े हैं यह टूर पैकेज बेचने वाली कंपनियों के आंकड़े हैं इनमें से सड़क मार्ग से जाने वाले या ट्रेन से अलग-अलग जगह पर जाने वालों के आंकड़े शामिल नहीं है ।
सांसद चुनने का वक्त , पर जनता घूमने में मस्त
यह वह वक्त है जब आप अपने लिए 5 साल के लिए सांसद चुनते हैं । और फिर वही सांसद लोकसभा में आपके इलाके की आवाज बुलंद करते हैं । और यह तब होता है जब आप अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं । परंतु चंडीगढ़ में 50 हजार से भी ज्यादा लोगों ने सांसद चुनने से ज्यादा सैर सपाटे को तवज्जो दी है ।
छठवें और अंतिम चरण में मतदान लगभग चार प्रतिशत रहा था कम
अब तक लोकसभा के चुनाव के लिए 6 चरण बीत चुके हैं और छठवें चरण में दिल्ली और हरियाणा के साथ कुछ अन्य राज्यों में भी चुनाव था । अगर बात 2019 के मतदान प्रतिशत की करें तो वह तकरीबन 70 प्रतिशत था परंतु 2024 के चुनाव में यह घटकर 64 प्रतिशत के आसपास रह गया । हालांकि मतदान कम होने में एक बड़ा कारण भीषण गर्मी का भी रहा है , परंतु फिर भी बहुत से लोग मतदान में रुचि नहीं ले रहे घर में होने के बावजूद भी मतदान करने नहीं जाते ।
लोगों को कर रहे जागरूक फिर भी मतदान प्रतिशत कम
अलग-अलग माध्यम से चुनाव आयोग , जिला प्रशासन , सामाजिक संस्थाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मतदान के लिए लोगों से लगातार अपील की जा रही है । लगभग सभी मीडिया हाउस मतदान करने के लिए लोगों से अपील करते हैं पर फिर भी कुछ लोग ऐसे रह जाते हैं जिन पर किसी की भी अपील का कोई असर नहीं होता ।
राजनीतिक दल और नेता करें चिंतन की आखिरकार लोग क्यों नहीं करते मतदान
चुनाव में मतदान करने के लिए चुनाव आयोग के साथ-साथ चंडीगढ़ प्रशासन सामाजिक संस्थाएं और कार्यकर्ताओं ने लोगों को मतदान करने के लिए हर बार की तरह इस बार भी अपील की है । यहां तक की चुनाव आयोग की तरफ से पोलिंग बूथ पर भीषण गर्मी को देखते हुए कूलर और ठंडे पानी की व्यवस्थाएं भी करवाई जा रही हैं , बाजारों में मतदान करने वाले लोगों के लिए डिस्काउंट ऑफर दिए जा रहे हैं फिर भी लोगों का मतदान करने के प्रति रुझान ना होना चुनाव आयोग से ज्यादा राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए कि आखिरकार लोग मतदान करने के लिए क्यों नहीं आगे आते ।
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