जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का
चंडीगढ़ भाजपा का दफ्तर बना सरकारी कर्मचारी बीएलओ प्रशिक्षण केंद्र!!
कहने को तो यह सिर्फ एक कहावत है मगर कभी-कभी यह कहावत बड़ी सटीक बैठ जाती है । और वर्तमान समय में यह कहावत चंडीगढ़ में सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं पर पूरी तरीके से फिट बैठ रही है । सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसे की भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता विशाल टोंक के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के ग्रुप में शेयर किया गया है । यूं तो यह मैसेज बिल्कुल साधारण मैसेज है जिसमें लिखा गया है मतदाताओं के लिए वोट बनवाने की जरूरत है । और भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा गया है कि सभी नए मतदाताओं को भाजपा सेक्टर 33 चंडीगढ़ में सुबह 9:00 बजे शाम 7:00 बजे तक भेजा जा सकता है । मगर इस वायरल हो गए मैसेज पर ऐतराज जताया है चंडीगढ़ से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोकने जा रहे प्रताप सिंह राणा ने । प्रताप सिंह राणा को इस वायरल हो रहे मैसेज में सिर्फ एक लाइन पर ऐतराज है , और वह लाइन है
“हमने आज से सभी बीएलओ को प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है ।” ( मैसेज का स्क्रीनशॉट लगाया जा रहा है )
पहले आपको बता दें इस लाइन पर ऐतराज़ का कारण , क्योंकि बीएलओ एक सरकारी कर्मचारी है । और अगर मैसेज की भाषा देखी जाए तो उसे हिसाब से बीएलओ को भाजपा कार्यालय कमलम चंडीगढ़ में प्रशिक्षण दिया जा रहा है । और इसी लाइन को लेकर प्रताप राणा ने भाजपा नेताओं से यह पूछा है की , की क्या अब भाजपा का चंडीगढ़ दफ्तर बीएलओ प्रशिक्षण केंद्र बन गया है । इस बात को लेकर जानकारी यह भी मिली है कि प्रताप राणा ने इस मैसेज के स्क्रीनशॉट को चुनाव आयोग को शिकायत के तौर पर भेजा है । अब चुनाव आयोग इस शिकायत के बाद क्या कदम उठाता है यह तो आने वाला वक्त बताएगा । पर कहावत सैया भए कोतवाल तो डर काहेका , पूरी तरीके से इस मैसेज को देखने के बाद सटीक बैठती है ।

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चंडीगढ़ भाजपा महासचिव अमित जिंदल ने इस पर क्या कहा
इस मैसेज को लेकर जब हमने चंडीगढ़ भाजपा महासचिव अमित जिंदल से बात की तो उनका कहना था कि यह सिर्फ एक टाइपिंग एरर है और कोई बड़ी बात नहीं है । यह सिर्फ मानवीय गलती है और कुछ नहीं इसको इतना तूल देने की जरूरत नहीं है ।
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