ग्रहणी रोग: लक्षण, प्रकार और आयुर्वेदिक उपचार
ग्रहणी रोग एक चिरकारी (दीर्घकालिक) रोग है, जो शरीर में पाचन से संबंधित विकारों का संकेत देता है। इस रोग में मल का अनियमित रूप से त्याग होता है—कभी पचाया हुआ, कभी बिना पचा, कभी पतला, और कभी बिल्कुल नहीं निकलता। यह रोग वात, पित्त, कफ और सन्निपात दोष के आधार पर चार प्रकार का […]