संपादकीय : परोपकार बन रहा प्रचार और व्यापार का माध्यम !
आज के दौर में एक पुरानी कहावत अब बदल चुकी है। कभी कहा जाता था— “नेकी कर और दरिया में डाल।” लेकिन अब जमाना ऐसा है कि लोग कहते हैं— “नेकी कर और सोशल मीडिया पर डाल।” सच यह है कि समाज सेवा और परोपकार का भाव दिल से होना चाहिए, न कि दिखावे से। […]

