फागुन में यूं प्यार से…
होली के त्यौहार में, ऐसी उठे तरंग।तन-मन में जो प्यार की, भर दे ख़ूब उमंग॥ आँगन-आँगन रंग हो, हो रंगीला फाग।बैर-भाव को छोड़कर, मिलें सभी के राग॥ झूम उठे उल्लास से, क्या बूढ़े क्या बाल।उड़े ख़ूब इस फाग में, सौरभ रंग गुलाल॥ सड़क-गली हर चौक पर, मचे फाग की धूम।रार बैर की छोड़कर, राग प्रीत […]