ब्रजभूषण की ” शरण ” मे बीजेपी, बेटे को दिया टिकट
यह परिवारवाद नही, पर वो परिवारवाद
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परिवारवाद पर हमेशा विपक्ष को निशाने पर रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए शायद उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट पर परिवारवाद की परिभाषा बदल गई और यहां पर भारतीय जनता पार्टी बृजभूषण की शरण में पड़ी हुई नजर आई। गौरतलब है कि ब्रजभूषण शरण सिंह के ऊपर पहलवानों से मामले में विवाद छिड़ा हुआ है और मामला अदालत में है। जिसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी उनको टिकट देने से बचना चाहती थी कि कहीं कोई विवाद ना खड़ा हो जाए। अंतिम समय तक कैसरगंज लोकसभा सीट के लिए आखिरकार बृजभूषण शरण सिंह के परिवार में से ही कोई योग्यतम को भाजपा को खोजना पड़ा क्योंकि बाकी लोगों की योग्यता बृजभूषण शरण सिंह के परिवार के आगे फीकी पड़ रही थी। बृजभूषण शरण सिंह को पार्टी छोड़ना भी नहीं चाहती क्योंकि बृजभूषण शरण सिंह का प्रभाव उत्तर प्रदेश की लगभग 25 से 30 लोकसभा सीटों पर बताया जाता है। अगर बृजभूषण शरण सिंह को या उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं मिलती तो भारतीय जनता पार्टी को मोदी के 400 पार के नारे में अड़चन आ सकती थी और 400 पार जाने के रास्ते में उत्तर प्रदेश की 80 सीटे आती है। कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से लगभग 30 सीटों पर बृजभूषण सिंह का सीधा प्रभाव है। 400 पार मे कोई रुकावट न पड़ जाए, इसलिए परिवारवाद की भाषा मोदी जी की डिक्शनरी में कभी कभी बदल भी जाती है।
क्या है बृजभूषण सिंह का विवाद
दरअसल बृजभूषण शरण सिंह का विवाद कुश्ती संघ में पहलवानों के साथ यौन शोषण को लेकर चल रहा है। मामला अदालत में है और नेता जी पर अदालत मे चार्ज फ्रेम हो चुके हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी नेताजी कई बार विवादों में रह चुके हैं। पहलवानी विवाद में ही जब एक टीवी चैनल की महिला रिपोर्टर ने बृजभूषण शरण सिंह से सवाल पूछा था तो उन्होंने उसके साथ बदतमीजी की थी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
किसको दिया गया है कैसरगंज लोकसभा सीट से टिकट
उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए टिकट देर शाम घोषित किया गया है।
जानिए कौन है करण भूषण सिंह
करण भूषण सिंह बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं। उनका जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ और वह इंटरनेशनल शूटिंग के खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से बीबीए व एलएलबी की डिग्री हासिल की है। अब पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने की जिम्मेदारी करण भूषण सिंह की है।
देश की बेटियाँ हार गई, बृजभूषण जीत गया : साक्षी मालिक
उत्तर प्रदेश में कैसरगंज की लोकसभा सीट पर बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को टिकट मिलने पर पहलवान साक्षी मालिक का गुस्सा फूट पड़ा है , और उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया अकाउंट पर व्यक्त करते हुए लिखा।
हम सबने अपना करियर दांव पे लगाया, कई दिन धूप बारिश में सड़क पर सोये। आज तक बृजभूषण को गिरफ़्तार नहीं किया गया। हम कुछ नहीं माँग रहे थे, सिर्फ़ इंसाफ़ की माँग थी। गिरफ़्तारी छोड़ो, आज उसके बेटे को टिकट देके आपने देश की करोड़ों बेटियों का हौसला तोड़ दिया है। टिकट जाएगी तो एक ही परिवार में, क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमज़ोर होती है ?
प्रभु श्री राम के नाम पर सिर्फ़ वोट चाहिए, उनके दिखाए मार्ग का क्या?
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