चाणक्य की मेहनत रंग लाई , बीजेपी ने जीता सीनियर डिप्टी मेयर चुनाव
19 वोट बीजेपी को तो 16 वोट पड़े गठबंधन प्रत्याशी को एक वोट गठबंधन का हुआ रिजेक्ट
चंडीगढ़ भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले नेता अरुण सूद की मेहनत रंग लाई है । मेयर पद गवाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने वापसी की है और आज हुए सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में सीनियर डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल कर इंडिया गठबंधन को यह संदेश दे दिया है कि आगे की राह आसान नहीं रहने वाली ।
चंडीगढ़ में इंडिया गठबंधन को झटका लगा है. यहां पर नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है. भाजपा के कुलजीत संधू सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीत गए हैं ।
चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर में AAP-कांग्रेस गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. इस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. बीजेपी के कुलजीत संधू को 19 वोट मिले. वहीं ‘इंडिया’ गठबंधन (आप-कांग्रेस) की तरफ से उम्मीदवार रहे गुरप्रीत गाबी को 16 वोट मिले ।
वहीं डिप्टी मेयर के लिए बीजेपी की तरफ से राजिंदर सिंह और इंडिया गठबंधन की तरफ से निर्मला देवी मैदान में हैं । वोटिंग शुरू होने के बाद चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने सबसे पहले अपना वोट डाला ।
सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था फैसला
बीजेपी के उम्मीदवार ने 30 जनवरी को मेयर चुनाव में आप-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी ।इसके बाद गठबंधन ने रिटर्निंग अधिकारी अनिल मसीह पर गड़बड़ी के आरोप लगाए ।
मसीह ने गठबंधन सहयोगियों के आठ वोटों को अवैध घोषित कर दिया था । इसके बाद आप के उम्मीदवार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया । 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने रिजल्ट को पलट दिया और आप के उम्मीदवार को विजेता घोषित किय ।
क्या हैं समीकरण ?
चंडीगढ़ नगर निगम के 35 सदस्यीय सदन में, आज की तारीख में बीजेपी के पास 18 पार्षद हैं, जिसमें सांसद और पदेन सदस्य किरण खेर का एक और वोट है । जबकि एक वोट शिरोमणि अकाली दल का भी भाजपा को मिल गया है ।
AAP के पास 13, जबकि कांग्रेस के पास 7 पार्षद हैं । शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है, जिसने बीजेपी को समर्थन दिया है। आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों के पाला बदलने से बीजेपी के पास 19 वोट हो जाएंगे, जिसमें एक शिरोमणि अकाली दल भी शामिल है।
जीत का असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा
नगर निगम चुनाव की जीत का असर लोकसभा चुनाव पर पढ़ना तय है । बस कुछ ही दिनों के अंदर ही चंडीगढ़ लोकसभा सीट के लिए नाम की घोषणा की जानी है । हालांकि भाजपा की पहली लिस्ट जारी हो चुकी है मगर उसे लिस्ट में चंडीगढ़ हरियाणा पंजाब और हिमाचल के किसी भी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया गया था । चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कई दावेदारों ने अपना दावा ठोक रखा है । मगर संभवत मेयर चुनाव को देखते हुए शायद भाजपा नेतृत्व ने यहां पर उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की होगी अब भाजपा ने जिस तरीके से वापसी की है तो संभावना जताई जा रही है कि मेयर चुनाव में दमदार प्रदर्शन करवाने वाले और भाजपा की वापसी नगर निगम में करवाने वाले किसी न किसी नेता को ही यहां से टिकट मिलने की संभावना रहेगी ।
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