बासी रोटी खाने के स्वास्थ्य लाभ: आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह
रोटी भारतीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चाहे कितने भी स्वादिष्ट व्यंजन क्यों न हों, लेकिन रोटी के साथ सब्जी या चटनी खाने का आनंद अद्वितीय होता है। रोटी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है, खासकर जब इसे ताजा और गर्म खाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रात की बची हुई बासी रोटी भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है?
आम धारणा यह है कि बासी रोटी में बैक्टीरिया पनपते हैं, जिससे पेट से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इसीलिए बहुत से लोग बासी रोटी खाने से बचते हैं। हालांकि, न्यूट्रिशनिस्ट और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बासी रोटी, ताजी रोटी की तुलना में अधिक लाभकारी हो सकती है, बशर्ते इसे सही तरीके से स्टोर किया गया हो।
बासी रोटी के स्वास्थ्य लाभ
विशेषज्ञों के अनुसार, जब रोटी को 12 घंटे तक ठंडे स्थान पर रखा जाता है, तो उसकी संरचना बदल जाती है। यह प्रक्रिया रोटी को ताजा रोटी से अधिक स्वास्थ्यवर्धक बनाती है। बेंगलुरु के अथरेया अस्पताल के कंसल्टेंट डॉ. चैतन्य एचआर जैन का मानना है कि बासी रोटी में मौजूद कार्बोहाइड्रेट रेसिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है। यह स्टार्च पाचन में सुधार करता है और आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
रेसिस्टेंट स्टार्च बड़ी आंत तक पहुँचकर प्रीबायोटिक की तरह काम करता है, जो आंत के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इससे पाचन बेहतर होता है, कब्ज और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा, यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर देता है।
बासी रोटी के सेवन से होने वाले फायदे
- पाचन में सुधार: बासी रोटी में मौजूद रेसिस्टेंट स्टार्च पाचन को सुचारु बनाता है और आंतों के लिए प्रीबायोटिक की तरह कार्य करता है, जिससे आंतों का स्वास्थ्य सुधरता है।
- ब्लड शुगर कंट्रोल: रेसिस्टेंट स्टार्च ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और इसे अचानक बढ़ने से रोकता है।
- कब्ज और ब्लोटिंग से राहत: बासी रोटी का सेवन ब्लोटिंग और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है।
बासी रोटी से जुड़ी सावधानियां
हालांकि बासी रोटी के कई फायदे हैं, लेकिन इसमें कुछ सीमाएं भी हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, बासी रोटी में मौजूद प्रोटीन और विटामिन की मात्रा धीरे-धीरे कम हो जाती है। इसके अलावा, यदि रोटी को सही ढंग से स्टोर नहीं किया गया, तो उसमें फफूंद या फंगस पनप सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए बासी रोटी का सेवन करने से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि वह ठीक से स्टोर की गई हो और इसे जल्द ही खा लिया जाए।
बासी रोटी को आहार में कैसे शामिल करें?
बासी रोटी को आप दही, सब्जी या दाल के साथ खा सकते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पाचन के लिए भी लाभकारी होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप पूरी तरह से बासी रोटी पर निर्भर हो जाएं। शरीर के पोषण के लिए ताजी रोटियां भी आवश्यक हैं, इसलिए संतुलित आहार के लिए दोनों का सेवन करें।
डॉ. कनिका अग्रवाल की सलाह
आयुर्वेदिक सलाहकार डॉ. कनिका अग्रवाल के अनुसार, बासी रोटी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसका सेवन सही तरीके से और समय सीमा के भीतर करना जरूरी है। इसे आहार में शामिल करने से पहले रोटी की स्थिति का ध्यान रखें और इसे अच्छे से स्टोर करें। साथ ही, ताजी रोटियों का भी सेवन करना महत्वपूर्ण है ताकि शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।
बासी रोटी, जो पहले अनहेल्दी मानी जाती थी, अब स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इसे आहार में शामिल करने से न केवल पाचन में सुधार होता है, बल्कि ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है। हालांकि, बासी रोटी के सेवन में सावधानी बरतना जरूरी है ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सके। इसलिए, सुबह बासी रोटी खाने से परहेज न करें और इसे अपने आहार का हिस्सा बनाएं, लेकिन संतुलित आहार का ध्यान रखते हुए ताजी रोटी का सेवन भी जरूर करें।
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