भाजपा नेता मिन्नते कर रहे अधिकारियों और गवर्नर की , यह हाल तब जब केंद्र से लेकर मेयर तक भाजपा का
विपक्ष विरोध तो कर रहा पर एकजुट नहीं
भाजपा नेता विरोध भी कर रहे हैं और हंस हंस कर फोटो भी खिंचवा रहे
वो क्या जाने पीर पराई जा के पैर न पड़ी बिवाई !
चंडीगढ़ प्रॉपर्टी टैक्स विवाद
चंडीगढ़ रीतेश माहेश्वरी
बीते दिनों चंडीगढ़ में अघोषित तरीके से बढ़ाए गए प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर हर वर्ग विरोध कर रहा है । पर अगर राजनीति की बात की जाए तो केंद्र से लेकर चंडीगढ़ तक अपनी सरकार होने के बावजूद भाजपा नेताओं को प्रॉपर्टी टैक्स के मामले को लेकर अधिकारियों से लेकर राज्यपाल के दफ्तर तक मिन्नते करनी पड़ रही है । पर भाजपा नेताओं की सोमवार को राज्यपाल के साथ मीटिंग के बाद जारी की गई फोटोज को देखकर ऐसा लगता है कि यह सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं अंदर तो सिर्फ चाय पार्टी हो रही है ।
गौरतलब है कि सोमवार को भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया से टैक्स के मामले को लेकर मिलने गया था । प्रशासक से मिलने के बाद जो फोटो जारी की गई उस फोटो को देखने के बाद कहीं से भी ऐसा नहीं लगता कि जितने लोग उसे फोटो में नजर आ रहे हैं किसी के चेहरे पर भी टैक्स घटाने को लेकर कोई दर्द हो ।
तो वहीं अगर विपक्ष की बात की जाए तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने-अपने स्तर पर विरोध तो जता रहे हैं पर जो एक जुटता लोकसभा चुनाव और मेयर चुनाव में चुनाव जीतने के वक्त दिखाई पड़ी थी अब टैक्स घटाने के मुद्दे पर अलग-अलग नजर आ रही है यह भी एक वजह है कि जनता के ऊपर डाले गए टैक्स का बोझ घट नहीं पा रहा ।
बुधवार को जहां भाजपा नेताओं ने चंडीगढ़ के प्रशासन गुलाबचंद कटारिया से मुलाकात की , तो कांग्रेस ने इतवार को विरोध जताया था । आम आदमी पार्टी ने सोमवार को मीडिया के लिए प्रेस रिलीज जारी कर जनता के प्रति अपना कर्तव्य निभा दिया । पढ़िए किसने क्या कहा ?
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर हाउस टैक्स वृद्धि वापस लेने की मांग की
चंडीगढ़ में हाउस टैक्स में हाल ही में की गई वृद्धि को वापस लेने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से राजभवन में मुलाकात की।
प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र पाल मलहोत्रा, महापौर हरप्रीत कौर बबला सहित सभी भाजपा पार्षदों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि आम जनता और व्यापारिक वर्ग पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही है, जिसे अविलंब वापस लिया जाना चाहिए।
राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुनते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह कहना है भाजपा नेताओं का ।
भाजपा के प्रेस रिलीज में यह नहीं बताया गया की कब तक इस पर कोई कार्यवाही हो जाएगी या नहीं होगी । और अगर होगी तो कितने दिन के अंदर हो जाएगी प्रेस रिलीज का यही सस्पेंस है ।




मनीमाजरा में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, तीन गुना प्रॉपर्टी टैक्स और बढ़े कलेक्टर रेट्स के खिलाफ उठी आवाज
चंडीगढ़ कांग्रेस ने मनीमाजरा में बढ़े हुए प्रॉपर्टी टैक्स, कलेक्टर रेट्स और अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। जिला अध्यक्ष सुरजीत सिंह ढिल्लो के नेतृत्व में हुए इस विरोध में प्रदेश अध्यक्ष एच.एस. लक्की, कांग्रेस पार्षद और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा प्रशासन पर बिजली-पानी की दरों, हाउस टैक्स और कूड़ा शुल्क में बढ़ोतरी के जरिए जनता पर आर्थिक बोझ डालने का आरोप लगाया। हाथों में प्लेकार्ड लेकर कार्यकर्ताओं ने “तीन गुना टैक्स नहीं चलेगा” जैसे नारों से क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।
प्रदेश अध्यक्ष लक्की ने इसे मध्यम वर्ग और आम नागरिकों पर सीधा हमला बताते हुए कहा कि यदि सरकार ने ये निर्णय वापस नहीं लिए, तो कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पार्षद, और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। पार्टी ने चेतावनी दी है कि टैक्स वृद्धि और जनविरोधी फैसलों के खिलाफ आंदोलन और तेज किया जाएगा।
चंडीगढ़ में लोकसभा सांसद मनीष तिवारी है जो गठबंधन ( कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयुक्त टिकट पर ) चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं पर इस मुद्दे पर लोकसभा में चंडीगढ़ की आवाज प्रमुख तरीके से नहीं उठा पाए ।
तीन गुना प्रॉपर्टी टैक्स के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने दायर की जनहित याचिका
चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स को तीन गुना तक बढ़ाए जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर की है। पार्टी ने इस फैसले को जनविरोधी, अव्यवहारिक और असंवैधानिक बताया है।
आप के चंडीगढ़ अध्यक्ष विजय पाल सिंह और महासचिव ओमकार सिंह औलख ने कहा कि मौजूदा आर्थिक हालात में यह वृद्धि आम जनता पर अतिरिक्त बोझ है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम के पार्षदों द्वारा प्रस्ताव खारिज किए जाने के बावजूद अधिकारियों ने मनमाने तरीके से टैक्स बढ़ा दिया।
याचिका में अदालत से टैक्स वृद्धि पर रोक लगाने, फैसले की वैधता की जांच और एक संतुलित टैक्स नीति बनाने की मांग की गई है।
अब सबकी निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हैं, जो प्रशासन की जवाबदेही और नागरिकों के अधिकारों के लिए अहम साबित हो सकता है।

इसे चंडीगढ़ की जनता का सौभाग्य कहीं या दुर्भाग्य जिसकी सरकार वह मिनट कर रहे जिनके सांसद वह लोकसभा तक जनता की आवाज नहीं पहुंच पा रहे । और नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी होनेवका दंभ भरने वाली पार्टी के नेता जनहित याचिका के भरोसे बैठे हुए हैं । टैक्स बढ़ोतरी पर आम जनता रहे जिसकी जेब पर सीधे तौर पर काटी जाएगी ना उसका फर्क अधिकारियों को पड़ेगा ना ही किसी भी पार्टी के नेताओं को भले कितने भी घड़ियाल या मगरमच्छ आंसू गिरा लिए जाए ।
वह क्या जाने पीर पराई जा के पैर न पड़ी बिवाई एक मुहावरे की यह लाइन ऊपर दी गई फोटो के आधार पर पूरी तरीके से सटीक और सही नजर आ रही है क्योंकि इन नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ रहा कि टैक्स जनता के ऊपर हाउस टैक्स की तीन मुनि मार पड़ चुकी है इनको तो सिर्फ चाय पार्टी से मतलब है और बाहर आकर घड़ियाल आंसू गिरकर यह जताने की कोशिश की गई कि हमने जनता की बहुत फिक्र है ।
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