वास्तविकता के दाग-धब्बों को छिपाने का माध्यम बना सोशल मीडिया*
अजब दौर है , हर कोई अपनी ‘वाल’ या ‘स्टेटस’ पर ऐसी चमकती-दमकती बौद्धिकता और आदर्शवाद का प्रदर्शन करता है, मानो गांधी, नेल्सन मंडेला और दलाई लामा का संयुक्त स्वरूप उनके की बोर्ड में निवास करता हो। “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की स्टोरी, कहीं पर्यावरण बचाने का जोशीला स्टेटस, तो कहीं नारी सशक्तिकरण पर विद्वतापूर्ण उपदेश। […]