अपने राघव को देखने उमड़ी जनता, आस्था के आगे व्यवस्थाएं पड़ी कम
अयोध्या से केशव माहेश्वरी
आस्था बड़ी या व्यवस्था
श्रीराम की नई मूर्ति का हुआ नामकरण
500 वर्षों के बाद राघव अपने घर पधारे हैं और आम जनता अपने राघव से मिलने को पूरी तरीके से बेताब रही । पहला दिन तो जैसे तैसे उन्होंने गुजार लिया मगर शायद राघव से प्यार इतना था कि रात गुजारना मुश्किल हो गया । अयोध्या में पड़ रही कड़ाके की ठंड भी भक्तों के पाव को नहीं रोक पाई । और सुबह लगभग 2:30 बजे से ही राघव की चौखट पर पहली नजर उतारने के लिए इतनी लंबी लाइन लग गई कि ऐसा लगा की आस्था के आगे व्यवस्थाएं कम पड़ गई। अयोध्या में राम को प्यार से राघव कहा जाता है। आपको वह चौपाई तो याद ही होगी जिसे महात्मा गांधी अपनी प्रार्थना मे गाते थे, “रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम”
1 घंटे पहले खोलने पड़े कपाट क्योंकि भीड़ इतनी ज्यादा
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज से मंदिर में आम दर्शनार्थियों के दर्शन शुरू हो चुके हैं। अनेकों राज्यों से आए हुए श्रद्धालु श्री राम के पहले दर्शन का इंतजार कर रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार रात लगभग 3:00 बजे के पहले से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दर्शन के लिए मंदिर में पहुंच गई। जैसे ही सुबह के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खोले गए एकदम से भीड़ दर्शन के लिए मंदिर में पहुंच गई। भक्तों का अपने राघव के प्रति प्रेम के आगे प्रशासनिक व्यवस्था भी कमजोर पड़ गई। इतनी ज्यादा भीड़ को देखते हुए दोपहर शयन आरती के बाद के कपाट समय से 1 घंटे पहले ही खोलने पड़ गए । फिर प्रशासन ने निर्णय लिया कि छोटे-छोटे ग्रुपों के अंदर लोगों को दर्शन के लिए भेजा जाएगा। प्रशासन को उम्मीद है कि पहले दिन मंदिर के कपाट बंद होने तक लगभग 6 लाख लोग श्री राम के दर्शन कर चुके है । और आने वाले कुछ महीनो में भी भक्तों की संख्या इसी तरीके से बनी रहने की संभावना है ।
तेज प्रताप यादव बोले राम नहीं आ रहे , चुनाव आ रहे
22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर विपक्ष के नेता लगातार सवाल उठा रहे हैं। अब प्राण प्रतिष्ठा के बाद नया सवाल राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव की तरफ से सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर आया है। उन्होंने कहा है राम नहीं आ रहे हैं चुनाव आ रहे हैं। श्री राम तो हमारे मन में हृदय में और विराजमान है पूर्व से है।
भगवान की नई मूर्ति का हुआ नामकरण
22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की गई मूर्ति का आज नामकरण कर दिया गया है। भगवान की नई मूर्ति का नाम बालक राम होगा। मुख्य पुजारी अरुण दीक्षित ने नाम को लेकर बताया की नई मूर्ति में श्री राम बालक की तरह नजर आते हैं। जिसमें उनकी उम्र लगभग 5 साल झलकती है। इसलिए हमने बहुत प्यार से बालक राम नाम रखा है।
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