आखिर नेताओ को चुनाव के समय अंतरात्मा की आवाज क्यों पड़ती है सुनाई ?????
गठबंधन के नेताओं को सता रहा डर , की कही बीजेपी तोड़ ना ले उनके पार्षदों को
मेयर चुनाव पर नहीं थम रही बयान बाजी
जैसे-जैसे चंडीगढ़ में मेयर चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है गठबंधन के नेताओं का डर भी धीरे-धीरे बाहर निकल कर आ रहा है । गठबंधन के नेताओं में डर कुछ इस तरह बैठा हुआ है कि अब विकास के लिए रखे जाने वाले नीव पत्थर पर भी सवाल खड़े किए जाने लगे हैं । वहीं भारतीय जनता पार्टी का जोश पूरी तरीके से हाई नजर आ रहा है और उनके नेताओं का लगातार कहना है कि मेयर तो भाजपा का ही बनेगा । मगर कैसे के सवाल पर वह भी चुप्पी साध जाते हैं , और मुंह से सिर्फ एक ही बात निकल कर जो आती है वह यही है की अंतरात्मा की आवाज पर पार्षद वोट करेंगे । मगर सवाल इस बात का है कि यह अंतरात्मा की आवाज सिर्फ और सिर्फ चुनाव के वक्त ही क्यों जागती है उसके पहले या फिर उसके बाद क्यों नहीं जागती ? और सारा खेल इसी अंतरात्मा की आवाज में ही छिपा हुआ है ।
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विकास का पत्थर पर आम आदमी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने उठाए सवाल
आज चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा कैंबवाला में वर्तमान मेयर अनूप गुप्ता द्वारा विकास की कुछ योजनाओं का शिलान्यास किया जाना था । मगर शिलान्यास का पत्थर रखा जाता । उसके पहले ही आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के पूर्व अध्यक्ष ने कुछ सवाल खड़े कर दिए । सोशल मीडिया पर प्रेम गर्ग ने लिखा
ये सब क्या है? क्या कृत्रिम ऑक्सीजन पर चल रहे मेयर किसी ऊंची उड़ान भरने की तैयारियों में हैं क्या?
आज गाँव वार्ड नंबर 1 के गांब कैबवाला में मेयर अनूप गुप्ता द्वारा तथा कथित डेवलपमेंट कामों को समर्पित करने का जो प्रोग्राम रखा गया है, उस पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रेम गर्ग ने तंज कसते हुए कहा, कि क्या श्री अनूप गुप्ता अपने अवैध रूप से बढ़ाएं गए कार्यकाल में कृत्रिम ऑक्सीजन से जाते जाते हैं मेयर की फील ले रहे हैं या मेयर चुनाव के समय, किसी ऊंची उड़ान की तैयारी है। मेयर का कार्यकाल क़ानूनन 16 जनवरी को पूरा हो चुका था और अब उनका किसी भी तरह के कोई उद्घाटन करना या समर्पण समारोह करना, नीतिगत ग़लत है।
मेयर ने पूरे साल में जब कोई ढंग का या प्रशंसा योग्य कोई काम नहीं किया, तो अब जाते जाते, डेवलपमेंट कामों के समर्पण का ढोंग रचना, और बो भी आम आदमी पार्टी के वार्ड में, कहाँ तक उचित है?
आम आदमी पार्टी इस फ़िज़ूल के दिखावे का पुरज़ोर विरोध करती है और यह आह्वान करती है, कि मेयर चुनाव संपन्न होने तक, ऐसे किसी प्रोग्राम को न किया जाए।अब सब काम नईं आने वाली टीम पर छोड़ देना चाहिए।
गर्ग ने आशंका जताते हुए कहा की मेयर चुनाव से ठीक पहले विकास कार्य के नाम पर समारोह करना कुछ और इशारा करता दिखता है ताकि गठबंधन के पार्षदों को तौड़ा जा सके l हम विकास के पक्ष में है लेकिन यह सही समय है ?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल को भाजपा की नीयत पर संदेह
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रेल मंत्री ने भी आज सोशल मीडिया पर साफ सुथरे चुनाव संपन्न कराने को लेकर भाजपा की नियत पर संदेह जाहिर किया , सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा
भाजपा का कॉन्फिडेंस दे रहा है किसी गड़बड़ का संकेत, लेकिन गठबंधन का ही होगा मेयर- पवन बंसल
कांग्रेस-आप के बैलेट पेपर साज़िशन रद्द करवा सकती है भाजपा, लेकिन अपनी जीत को लेकर हम मुस्तैद और आश्वस्त- पवन बंसल चण्डीगढ़,
पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने 30 जनवरी को हो रहे मेयर चुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस-आप के पार्षदों को आवश्यक हो तो मैग्नीफाइंग ग्लास द्वारा या फिर 15 मिनट तक बैलेट पेपर को अच्छी तरह से जांचने के बाद ही मोहर लगाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। हम पूरी एहतियात बरत रहे हैं, क्योंकि हमें शक़ है कि भाजपा साज़िश के तहत हमारे पार्षदों के बैलेट पेपर रद्द करवा सकती है। भाजपा की पृष्ठभूमि बताती है कि बैलेट पेपर पर कोई निशान या कट लगाकर उसे रद्द करवाया जा सकता है, क्योंकि भाजपा चाह कर भी अपने नंबर नहीं बढ़ा सकी, इसलिए हमारे नंबर कम करने की कोशिश की जा सकती है। लेकिन हमारे सभी पार्षद एकजुट हैं व रहेंगे । दरअसल भाजपा को शिकस्त बर्दाश्त ही नहीं हो पा रही है, यह तो भला हो न्यायालय के आदेशों का वरना तो भाजपा क्या क्या हथकंडे अपना रही है, शहरवासियों से कुछ भी छिपा नहीं है । हमारी प्रशासन से अपील है कि कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए उस दिन जो भी पार्षद वोट देने के लिए आएं वह किसी पुलिस मुलाजिम के साथ नहीं आएं और न ही वह अपने किसी समर्थकों के साथ आएं। वहीं पार्षदों की सुरक्षा चंडीगढ़ पुलिस पूरी मुस्तैदी से करे। वहीं विज़िटर्स गैलरी के लिए किसी समर्थक को पास नहीं मिलने पर पवन बंसल खुद तो नहीं जा पाएंगे लेकिन वो इस प्रक्रिया पर पैनी नज़र बनाये हुए हैं। वहीं हाई कोर्ट के आदेशों के तहत चुनाव के दौरान एमसी ऑफिस में कोई हंगामा या वारदात न हो यह भी प्रशासन को ही सुनिश्चित करे ।
आपको याद दिला दे कि इस बार मेयर चुनाव के पहले जबरदस्त हंगामा बरप रहा है । और उसका सबसे बड़ा कारण है भारत के इतिहास में पहली बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मेयर चुनाव को लेकर गठबंधन किया है इस गठबंधन के साथ ही आम आदमी पार्टी के 13 और कांग्रेस के सात पार्षद मिलकर गठबंधन के पास 20 वोट हो चुके हैं जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के पास सांसद वोट मिलकर सिर्फ 15 वोट है । मेयर चुनाव में कुल 36 वोट डाले जाएंगे जिसमें एक वोट शिरोमणि अकाली दल के पार्षद का है इसके बारे में अभी यह नहीं कहा जा सकता कि वह वोट किस तरफ जाएगा । इसके पहले मेयर चुनाव 18 तारीख को होना था मगर अचानक प्रेसिडिंग ऑफीसर की तबीयत खराब हो जाने की वजह से चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाया गया और प्रशासन द्वारा 6 फरवरी की तारीख तय की गई थी मगर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने प्रशासन को फटकार लगाते हुए तारीख को 30 जनवरी कर दी । अब देखना यह होगा कि 30 जनवरी को भाजपा का कॉन्फिडेंस जीतेगा या फिर गठबंधन के नेता बेवजह डर के बावजूद अपना मेयर बना पाएंगे ।
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