हाथरस हादसे के बाद पहली बार कैमरे के सामने आए भोले बाबा और बोले
न्यूज़ एजेंसी ए एन आई के कमरे पर बोले उपद्रवी बख्शे नहीं जाएंगे, पीड़ितों की मदद करेंगे
मुख्य आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार
हाथरस में 123 श्रद्धालुओं की मौत के बाद गायब चल रहे बाबा भोलेनाथ पहली बार न्यूज़ एजेंसी ए एन आई के कमरे पर सामने आए । कमरे पर उन्होंने कहा कि कोई भी पत्र भी होगा वह बक्सा नहीं जाएगा हम पीड़ितों की पूरी मदद करेंगे ।भोले बाबा ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा- हम 2 जुलाई की घटना से बहुत ही दुखी हैं। प्रभु हमें संगत को इस दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवी हैं, वो बख्शे नहीं जाएगें।
न्यूज़ एजेंसी निक से बात करते हुए बाबा बोले हम 2 जुलाई की भगदड़ की घटना के बाद से बहुत दुखी हैं। हमें और संगत को इस दुखी की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवी हैं, वो बख्शे नहीं जाएंगे। मृतकों के परिजन और घायलों की मदद हमारी कमेटी करेगी।
उन्होंने कहा मैंने अपने वकील ए.पी. सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें। जिसको सभी ने माना भी है। सभी इस जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर रहे हैं।
भोले बाबा का यह बयान हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी और सेवादार देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। शुक्रवार देर रात हाथरस सत्संग के मुख्य आयोजक देव प्रकाश ने दिल्ली के एक अस्पताल में पुलिस के सामने सरेंडर किया। इसकी जानकारी खुद भोले बाबा के वकील ए पी सिंह ने दी । उन्होंने कहा- देव प्रकाश हार्ट का मरीज है। तबीयत ठीक नहीं थी। UP पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था।
चार दिन बाद बसपा प्रमुख मायावती का हाथरस हादसे पर पहला बयान
हाथरस हादसे पर बसपा प्रमुख मायावती का पहला बयान आया है। शनिवार सुबह उन्होंने कहा- भोले बाबा समेत जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में सरकार राजनीतिक स्वार्थ में न पड़े। हाथरस हादसे पर बसपा प्रमुख मायावती का पहला बयान आया है। उन्होंने X पर लिखा- देश में गरीबों, दलितों को अपनी गरीबी व दुख दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अंध विश्वास और पाखंड के बहकावे में आकर अपना दुख और नहीं बढ़ाना चाहिए, बल्कि डॉ. अंबेडकर के बताए रास्ते पर चल कर इन्हें सत्ता अपने हाथों में लेकर तकदीर बदलनी होगी।
यानी इन्हें BSP से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे कांड से बच सकते हैं। हाथरस कांड में भोले बाबा समेत जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे और बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी है। इस मामले में सरकार को अपने राजनीतिक स्वार्थ में ढीला नहीं पड़ना चाहिए।
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