किसान आंदोलन का असर हिमाचल तक टूरिस्ट घटकर आधे रह गए
खबरी प्रसाद चंडीगढ़ केशव महेश्वरी
टैक्सी चालकों ने भी मांगी एम एसपी की गारंटी
हिमाचल की सरकार अभी पिछले साल हुई बरसात की त्रासदी से ऊबर भी नहीं पाई थी । कि एक बार फिर हिमाचल सरकार की आमदनी का प्रमुख स्रोत सैलानी हिमाचल आने को तैयार नहीं है । उसकी वजह पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर चल रहा किसान आंदोलन है ।
किसान आंदोलन ने हिमाचल की टूरिज्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका दिया है । पूरे देश के साथ-साथ दिल्ली पंजाब एवं हरियाणा से सबसे ज्यादा टूरिस्ट हिमाचल पहुंचता है । खास तौर पर वीकेंड के दिनों में तो हिमाचल में होटल की बुकिंग मिलनी मुश्किल होती है । मगर किसान आंदोलन की वजह से होटलों की लगभग 80% से 90% बुकिंग कैंसिल हो गई है । और कभी कबार जाने वाला सैलानी भी इस वक्त नहीं पहुंच रहा है । जबकि हिमाचल में आलम यह है कि सैलानियों का सीजन है यह सीजन सैलानियों को भाता है क्योंकि यह सीजन बर्फ गिरने वाला सीजन है । और अगर किसान आंदोलन लंबा चल गया तो हिमाचल के पर्यटन उद्योग को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ सकता है । शिमला के एक बड़े होटल कारोबारी के अनुसार फरवरी के पहले दो हफ्ते में जब किसान आंदोलन नहीं था तब होटल में बुकिंग लगभग 90% के आसपास थी । वहीं किसान आंदोलन के शुरू होने के बाद अब यह बुकिंग सिर्फ 10 से 15% रह गई है ।
किसान आंदोलन का असर छोटे व्यापारियों के साथ-साथ टैक्सी ड्राइवर पर भी
किसान आंदोलन का असर हर वर्ग पर पडता हुआ नजर आ रहा है छोटे व्यापारी जो कि आजकल डिजिटल लेनदेन से ज्यादा व्यापार करते हैं । उन पर किसान आंदोलन का असर सबसे ज्यादा पड़ रहा है क्योंकि हरियाणा एवं पंजाब के कई जिलों में इंटरनेट बंद होने की वजह से वह परेशान है । उसकी वजह बिल्कुल साफ है आजकल लोग नगदी के बजाय डिजिटल से पेमेंट करना ज्यादा पसंद करते हैं । छोटे व्यापारियों में पान मसाला , बीड़ी सिगरेट , सड़क के किनारे चाय की रेडी वाले , छोटे-छोटे फास्ट फूड आइटम बेचने वाले व्यापारी आते हैं ।
टैक्सी ड्राइवरों ने भी मांगी एमएसपी गारंटी
किसान आंदोलन से टैक्सी ड्राइवर भी परेशान है क्योंकि टैक्सियों की बुकिंग घट गई है और सैलानियों ने दिल्ली की तरफ से इस तरफ आना रद्द कर दिया है । जिसका असर टैक्सी संचालकों पर भी पड़ रहा है । ऐसे ही एक टैक्सी संचालक ने बताया कि अगर किसान आंदोलन लंबा चला तो कार की किस्त देनी मुश्किल हो जाएगी । सरकार हमे भी एमएसपी गारंटी दे । एमएसपी की गारंटी सिर्फ किसानों के लिए ही क्यों हमारे लिए भी तो होनी चाहिए । और हर वर्ग को एमएसपी की गारंटी मिलनी चाहिए ।
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