कानून का दोहरा रवैया : विपक्ष करे तो गलत बीजेपी करे तो सही
खबरी प्रशाद : राजनीतिक रिपोर्टर
एक ही अपराध पर कानून का दोहरा रवैया क्यों ?
धरना प्रदर्शन विपक्ष का तो गिरफ्तारी ,अगर बीजेपी का तो
नजरे इनायत
पंजाब और चण्डीगढ़ कांग्रेस ने किसानों पर बल प्रयोग की निन्दा की।
आंसू गैस के गोले फैंकने और प्लास्टिक की गोलियां चलवाने वाले भाजपा नेताओं पर मुकद्दमे दर्ज हों – राजा वड़िंग।
मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ लामबन्द होकर किसानों की मांगों के प्रति अपना पूरा सर्मथन व्यक्त करने के लिए आज सेक्टर 3 में पंजाब और चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संयुक्त रूप से एक विरोध धरना आयोजित किया गया।
हिंदी में एक कहावत है सैया भए कोतवाल तो डर काहे का और यह कहावत पूरी तरीके से चंडीगढ़ के राजनीतिक गलियारे में फिट बैठती है । क्योंकि चंडीगढ़ में किसान आंदोलन के चलते धारा 144 लागू है और प्रशासन के आदेश है किसी प्रकार का कोई भी धरना प्रदर्शन नहीं किया जा सकता । मगर यह आदेश सिर्फ और सिर्फ विपक्षी पार्टियों के लिए है सत्ता पक्ष की परियों के लिए नहीं लागू होते हैं । क्योंकि तीन दिन पहले ही जब आदेश लागू थे भाजपा के द्वारा पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर प्रदर्शन किया गया था । तब से लेकर खबर लिखे जाने तक बीजेपी के पर किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है जबकि आज कांग्रेस चंडीगढ़ कांग्रेस और पंजाब कांग्रेस में मिलकर धरना दिया गया था मगर प्रशासन के द्वारा धरने को खत्म कराकर कांग्रेस नेताओं को सांकेतिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया और कुछ देर बाद रिहा कर दिया गया । सवाल यह उठता है कि प्रशासन का यह दोहरा रवैया क्यों ?
आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि शान्ति पूर्वक धरने पर बैठे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा अमरिंदर वड़िंग, चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एच.एस. लक्की, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल, पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया, बलबीर सिद्धू, तृप्त राजिंदर सिंह, भारत भूषण आशु के अलावा पंजाब और चंडीगढ़ कांग्रेस के अन्य नेताओं को हिरासत में लेकर सुबह 11 बजे सैक्टर 11 चण्डीगढ़ के पुलिस स्टेशन में ले जाया गया। दोपहर 1.30 बजे सभी नेताओं को छोड़ दिया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राजा वड़िंग ने राजपुरा अम्बाला मार्ग पर शंभू बैरियर पर किसानों पर हरियाणा पुलिस की अवैध कार्रवाई की निंदा की, जिसके परिणामस्वरूप एक किसान की मौत हो गई और सौ से अधिक घायल हो गए। हरियाणा पुलिस ने किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए पंजाब में आंसू गैस के गोले छोड़े और प्लास्टिक की गोलियां चलाई । किसानों पर इस प्रकार का बल प्रयोग करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों और भाजपा के नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग करते हुए, राजा वड़िंग ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की अन्य मांगों को पूरा करने के साथ साथ जल्दी ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उपज की खरीद के लिए गारंटी देने का कानून बनाए।
चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एच.एस.लक्की ने कहा कि मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैये के कारण 2021 में साल भर चले आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसान शहीद हो गए थे। अब भाजपा नई नई किसान विरोधी नीतियां लाकर और किसानों, मजदूरों पर तरह तरह के अत्याचार करके उन्हें आर्थिक रूप से बर्बाद करने पर आमादा है, जिसकी निन्दा की जानी चाहिए। लक्की ने कहा कि भारत के लोग मोदी सरकार को कृषि उद्योग और कृषि भूमि कुछ अमीर कॉर्पोरेट संस्थाओं को सौंपने की उनकी साजिश को कभी भी सफल नहीं होने देंगे।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!