“शोले” का गब्बर : बहुत ही मजेदार किस्सा छुपा है इसके पीछे
डायरेक्टर-राइटर ने अमजद खान को नहीं बनाया था ‘शोले’ का गब्बर, रमेश सिप्पी भी रह गए थे हैरान, मजेदार है किस्सा…
अमजद खान ने जब पर्दे पर बोला ‘यहां से 50 50 कोस दूर गांव में जब बच्चा रात को रोता है तो मां कहती है बेटा सो जा, नहीं तो गब्बर आ जाएगा’…इसके बाद जिस अंदाज में हंसते थे, उसे 48 बरस बाद भी दर्शक भुला नहीं पाए हैं. अमजद खान की डायलॉग डिलेवरी का अंदाज ही था कि आज भी ‘शोले’ फिल्म का फेमस डायलॉग लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है. अमजद भले ही अब दुनिया में नहीं हैं मगर गब्बर सिंह के अनोखे अंदाज की वजह से उन्हें आज भी याद किया जाता है.
अमजद खान ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. इनके पिता जयंत भी एक्टर थे. अमजद चाइल्ड एक्टर के तौर पर पहली बार फिल्म ‘नाजनीन’ में नजर आए थे और बतौर लीड एक्टर पहली फिल्म ‘हिंदुस्तान की कसम’ थी. करीब 20 साल के अपने फिल्मी करियर में अमजद साहब ने 132 से अधिक फिल्मों में काम किया लेकिन साल 1975 में आई फिल्म ‘शोले’ ने उन्हें अमर कर दिया। गब्बर सिंह का किरदार निभाने के बाद अमजद इसी नाम से फेमस हो गए थे. लेकिन इस अनोखे किरदार को गढ़ने का काम ना तो फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने किया था, ना ही फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर सलीम-जावेद ने किया था. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि इसके पीछे कौन था।
अमजद खान ने खुद अपनाया था ठेठ देसी अंदाज
अमजद खान यानी डाकू गब्बर सिंह जब ठेठ देसी अंदाज में तंबाकू रगड़ते हुए पर्दे पर आए तो खौफ के साथ-साथ मजेदार अंदाज भी नजर आया. शोले फिल्म की सफलता में डाकू गब्बर सिंह का खास योगदान था. लेकिन डायलॉग बोलने का अंदाज उन्होंने अपने गांव के एक धोबी से सीखा था. आपको अजीब लग सकता है लेकिन यही सच है. हमारे आस-पास कई ऐसे लोग होते हैं जो थोड़ा लीक से हटकर दिखते हैं, उनके बोलने-चलने, खाने-रहने का स्टाइल थोड़ा हटकर होता है और जाने-अनजाने हमारे ऊपर असर भी डालता है. कुछ ऐसा ही अमजद खान के साथ भी हुआ था।
अमजद खान को गब्बर सिंह का अंदाज अपने ही गांव से मिला था
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमजद खान के गांव में एक धोबी था, जो लोगों से इसी अंदाज में बात करता था. अमजद उसके अनोखे स्टाइल से खासा प्रभावित थे. वो बातें इतने मजेदार अंदाज में करता था कि लोग बड़े गौर से सुनते थे. जब अमजद खान को ‘शोले’ फिल्म में डाकू गब्बर सिंह का रोल मिला तो उन्होंने काफी सोचा और किसी दूसरे विलेन की कॉपी करने की जगह धोबी वाले ठेठ अंदाज को आजमाने का मन मे सोचा. इसके बाद तो जो हुआ वह इतिहास है।
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