चंडीगढ़ एवं अंबाला लोकसभा सीट पर नए चेहरे की तलाश में भाजपा
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल पूरी तरीके से अब बज चुका है। सभी राजनीतिक दल अब अखाड़े में उतर चुके हैं और अखाड़े में उतरने वाले अपने-अपने पहलवानों के नाम लगभग फाइनल स्थिति में या तो पहुंच चुके हैं या एक-दो दिन में फाइनल हो जाने की उम्मीद है। हर एक राजनीतिक दल को अपने-अपने पहलवानों से जीत दिलाई जाने की उम्मीद है। पहलवान भी टिकट के लिए आल्हा कमान से हर वह वादा करने को तैयार हैं जो वादा आल्हा कमान सुनना चाहता है।
चंडीगढ़ में भाजपा को नए चेहरे की तलाश
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चंडीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी हैट्रिक लगाने के लिए नए चेहरे की तलाश में है। वर्तमान में यहां से सांसद किरण खेर है जोकि मशहूर अभिनेता अनुपम खेर की धर्मपत्नी है। वह 2014 से लगातार अब तक सांसद है। मगर उनका ज्यादातर समय चंडीगढ़ से बाहर ही बीता है तो जनता में कहीं ना कहीं इस बात को लेकर नाराजगी है और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी इस बात की पूरी जानकारी है कि अगर पैराशूट कैंडिडेट उतार दिया गया तो जीती जिताई सीट हाथ से निकल जाएगी। क्योंकि विरोधी दल 10 साल की एंटी इनकमबेंसी का पूरा फायदा उठाने से चूकेंगे नहीं। तो चंडीगढ़ के बारे में तो यह कहा जा सकता है कि संभवत है यहां पर पैराशूट कैंडिडेट तो नहीं आएगा मगर अब सवाल इस बात का है कि कैंडिडेट होगा कौन।
चंडीगढ़ से यह नाम चल रहे हैं चर्चा में
एक बड़े दैनिक अखबार का आजकल मोबाइल पर लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सर्वे चल रहा है। जिसमें की हर लोकसभा सीट पर कुछ उम्मीदवारों के नाम है और आजकल हर उम्मीदवार अपने-अपने समर्थकों से अपना नाम आगे बढ़ावा रहा है। अगर इस सर्वे को देख तो इसमें भाजपा से तीन नाम सामने आ रहे हैं। पहला किरण खेर जो वर्तमान सांसद है, दूसरा संजय टंडन जो हिमाचल के प्रभारी है, तीसरा नाम है पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद का और चौथा कोई अन्य का विकल्प है। सारा खेल किसी अन्य पर होने की पूरी पूरी संभावना है। इसी अन्य में लोगों को किसी ऐसे नए चेहरे के आने की उम्मीद है इसके बारे में सिर्फ चंडीगढ़ की जनता आजकल कयास लगा रही है। वह भाजपा के लगभग लगभग सभी कद्दावर नेताओं के करीबी भी हैं और अभी अयोध्या के श्री राम मंदिर भी जाकर आए हैं। अन्य के तौर पर चर्चा में इनका भी नाम जबरदस्त तरीके से चल रहा है।
अंबाला लोकसभा सीट पर भाजपा को तलाश नए चेहरे की
लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा की 10 की दसों सीटों पर विजय प्राप्त की थी। 2024 में भी सपना दसों सीटों पर विजय पताका फहराने का है। अंबाला लोकसभा सीट से 2019 के लिए सांसद चुने गए रतनलाल कटारिया का आकस्मिक निधन होने के बाद इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी किसी नए चेहरे की तलाश में है। यूं तो दावा स्वर्गीय रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया ने भी ठोक रखा है मगर ऐसा लगता है कि भाजपा नेतृत्व उनके इस दावे से संतुष्ट नहीं है और भाजपा को किसी नए चेहरे की तलाश है जो विजय पताका एक बार फिर फहरा सके। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंबाला लोकसभा सीट के लिए भाजपा में चार से पांच कद्दावर नेताओं ने अपना दावा ठोका है और सबने इस समय हरियाणा से लेकर दिल्ली दरबार तक अपने हर एक रिश्ते को तलाश रहे हैं। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि हाल ही में एक दूसरी पार्टी छोड़कर आए एक कद्दावर नेता के हाथ में भी टिकट थमाई जा सकती है मगर भाजपा की नीतियों को देखते हुए ऐसा हो जाए फिलहाल मुमकिन लगता नहीं है मगर भाजपा का ही नारा है मोदी है तो मुमकिन है।
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