कांग्रेस पार्षद बोले जीत जाएंगे हम : बीजेपी पार्षद बोले ,जरा दिखाओ अपना दम
चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला नगर निगम के कांग्रेसी पार्षद चुनाव कराने को लेकर पहुंचे हाईकोर्ट, कोर्ट ने निगम से मांगा जवाब
पंचकुला में पिछले 38 महीने से वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के चुनाव ना करवाए जाने के ख़िलाफ़ पंचकुला नगर निगम में कांग्रेस के पार्षद अक्षयदीप चौधरी ने हाईकोर्ट में चुनाव करवाए जाने की माँग रखी। पार्षद अक्षयदीप चौधरी का कहना है की भाजपा चंडीगढ़ की भाँति पंचकुला में भी हार के डर से या तो चुनाव से बचना चाहती है या फिर कल को हमारे डाले गए वोट भी इनवैलिड करवा दिए जाएँगे। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की लहर है और लोक सभा के साथ साथ आने वाली विधानसभा में भी भाजपा का सूपड़ा साफ़ होगा। यह पंचकुला के चुनाव ना करवाना साफ़ साफ़ भाजपा का डर दर्शाता है। चंडीगढ़ उच्च न्यायालय ने 26 फ़रवरी को हरियाणा सरकार व पंचकुला नगरनिगम से जवाब मांगा है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल पंचकूला नगर निगम के चुनाव दिसंबर 2021 में संपन्न हुए थे और 3 जनवरी 2021 को मेयर कुलभूषण गोयल ( बीजेपी कोटे से ) पहली बार सीधे जनता से निर्वाचित मेयर बने थे। पंचकूला नगर निगम में कुल 20 पार्षद है। जिसमें आज की तारीख मे 10 पार्षद भाजपा कोटे से , 2 पार्षद जेजेपी से , 7 पार्षद कांग्रेस से और एक पार्षद निर्दलीय हैं। इसके साथ भाजपा और जेजीपी का हरियाणा में गठबंधन है तो इस वजह से नगर निगम में गठबंधन के 12 पार्षद होते हैं।
जब सदन में बहुमत है तो अब तक क्यों नहीं करवाए चुनाव ?
सवाल इसी बात का है कि जब भाजपा और जेजेपी के पास सदन में बहुमत है फिर भी 38 महीने से डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर की कुर्सी क्यों खाली है ? जबकि जननायक जनता पार्टी के शहरी प्रधान इस चुनाव को लेकर नगर निगम के कमिश्नर को कई बार ज्ञापन भी दे चुके हैं। मगर 38 महीने के बीतने के बाद भी चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। तो इसकी वजह भी भाजपा और जेजेपी गठबंधन ही है। अब आपको सरल शब्दों में समझाते हैं कि आखिर गठबंधन की उलझन से नगर निगम की दो कुर्सियां 38 महीने से क्यों खाली है। दरअसल सदन में जेजेपी अपने कोटे से एक कुर्सी की मांग कर रही है जबकि भाजपा नेताओं का मानना है कि सदन में हमारे 10 पार्षद हैं तो दोनों पद भाजपा को ही मिलने चाहिए। यही वजह है की गठबंधन की आपसी लड़ाई में 38 महीने से सीनियर डिप्टी मेयर वा डिप्टी मेयर के चुनाव नहीं हो पा रहे। मगर चंडीगढ़ के चुनाव में पेंच फंसने के बाद आम आदमी पार्टी के पहले हाई कोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद में पंचकूला नगर निगम के कांग्रेसी पार्षदों को भी उम्मीद जगी है और उन्होंने भी 38 महीने के इंतजार के बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कांग्रेस के कोर्ट जाने के बाद में भाजपा के उन चेहरों पर खुशी देखी जा रही है जिनको सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद मिलने की संभावना है। हालांकि नाम न छापने की शर्त पर भाजपा के एक पार्षद ने कहा की लोकसभा चुनाव के पहले पहले सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर की पोस्ट पर चुनाव हो सकते हैं। इसमें एक सीट जेजेपी को और एक सीट पर किसी भाजपा पार्षद की लॉटरी लग सकती है। हालांकि एक पद के लिए मुश्किलें भाजपा के सामने ज्यादा है जेजेपी के सामने नहीं। जबकि कांग्रेस पार्षद अक्षय दीप चौधरी के साथ-साथ सदन में नेता सलीम दबकौरी का दावा है कि अगर पंचकला नगर निगम के चुनाव ईमानदारी से होंगे तो डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर पर कांग्रेस का उम्मीदवार ही विजई होगा।
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