*मोतीपुर सब्जीमंडी में नहीं आ रहे बाहरी व्यापारी, किसानों का सब्जी हो रहा बर्बाद*
शादी विवाह के मौसम के बाबजूद मोतीपुर सब्जी मंडी में किसानों द्वारा लाया गया सब्जी खरीददार के आभाव में हो रहा बर्बाद। 2 रूपये किलो में भी फूलगोभी, बंधागोभी, मूली, बैगन, 13 रूपये सग्गा प्याज, हरा मिर्च एवं सीम, 5 रूपये किलो खीरा, धनिया पत्ता एवं कद्दू , 20 रूपये परवल, 30 रूपये किलो टमाटर तक भी नहीं बिक रहा है। सब्जी की कीमत औंधे मुंह गिरने से किसानों को भारी नुकसान है।
कीमत नहीं मिलने से नाराज किसान कहीं हरे सब्जी लगा खेत जोतबा रहे हैं, कहीं खेत में ही सब्जी छोड़ दे रहे हैं तो कहीं सब्जी को मवेशी का चारा बनाया जा रहा है। मंडी लाया गया सब्जी भी नहीं बिकने के कारण किसानों को फेंकना पड़ता है।
किसान महासभा के नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि सब्जी की कीमत ईतना कम है कि इससे सब्जी कटाई, ढ़ुलाई, गद्दी खर्च तक का पूर्ति नहीं हो पा रहा है जबकि किसानों ने केसीसी लोन, महाजनी कर्ज, पैचा- उधार कर महंगी खाद, बीज, जुताई देकर सब्जी लगाया था। उन्होंने कहा कि अब अगली फसल कैसे लगेगा यह समस्या किसानों को सता रही है। किसान नेता ने सरकार से अगली फसल लगाने के लिए नि: शुल्क बीज, खाद, खल्ली, कृषि यंत्र, बिजली, पानी आदि देने समेत फसल क्षति मुआवजा देने की मांग की।
भाकपा माले के नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मूलभूत सुविधा के आभाव में मोतीपुर सब्जी मंडी में व्यापारी कम आते हैं। उन्होंने सब्जी मंडी में सड़क, सफाई व्यवस्था, बिजली, पेयजल, सब्जी रखने वाला कोल्ड स्टोरेज, शौचालय, यात्रीशेड, बैंक, एटीएम, सुरक्षा गार्ड आदि मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।
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