माइंड वेदा में हुआ वनकाम चंडीगढ़ की सब रंग गोष्ठी का आयोजन
नरेश नाज़ द्वारा स्थापित वनकाम काव्य मंच चंडीगढ़ ने सबरंग काव्य गोष्ठी का आयोजन माइंड वेदा वर्ल्ड एकेडमी में सफलतापूर्वक किया गया। वनकाम राष्ट्रीय सलाहकार कंवल बिंदुसार, अध्यक्ष वनकाम चंडीगढ़ आर.पी. मल्होत्रा, जनरल सेक्रेटरी एस के कुकरेजा, सेक्रेटरी रविंद्र कुमार , मुख्य अतिथि अध्यक्ष वनकाम जापान सुदेश मोदगिल नूर जी, विशिष्ट अतिथि ईशा नाज़ ग़ज़लकारा कार्यक्रम में उपस्थिति रहीं। यह कार्यक्रम उपाध्यक्ष वनकाम उषा गर्ग जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर, कृषिता बिंदुसार अध्यक्ष बिफमा के सुंदर भजन द्वारा हुआ। तत्पश्चात कंवल बिंदुसार जी ने सबका स्वागत किया । काव्य गोष्ठी को संबोधित करते आ. नरेश नाज़ जी द्वारा चलाई जाने वाली अलग-अलग इकाइयों का जिक्र किया । मंच संचालन पंचकूला मकाम की उपाध्यक्ष रेणु अब्बी ‘रेणू’ने किया।
सभी कलमकारों ने शब्द रूपी पुष्प मां शारदे के चरणों में अर्पित किए। इसमें 17 कवि – कवित्रियों ने भाग लिया राष्ट्रीय सलाहकार बिंदुसार जी ने अपनी बेहतरीन रचना ” अहम् का वहम ” !! मुख्य अतिथि सुदेश मोदगिल “नूर” जी ने अपनी सुरमई आवाज़ में रुबाई “वक्त बड़ा बलवान है” !! पेश की।
वशिष्ठ अतिथि ईशा नाज़ ने: ‘ना बन संवरने की आरज़ू न आईने की’ !! अपनी मधुर आवाज़ में गज़ल पेश की । ट्राई सिटी म. का. मंच उपाध्यक्ष कृष्णा गोयल ने”बेनाम का नाम”प्रस्तुत की!! अध्यक्ष वनकाम आर. पी. मल्होत्रा अपनी भावुक रचना”न जाने कब रात हुई ,दिन निकल गया”, वनकाम सैक्रेटरी रविंद्र कुमार की ग़ज़ल प्रस्तुति “बेहतरीन”!!, वनकाम ज. सै. एस.के कुकरेजा ने जमाने को खुश करना मेरा दस्तूर!!, वनकाम उपाध्यक्ष उषा गर्ग जी द्वारा बुजुर्गों के लिए मार्मिक रचना “न भेजो वृद्धाश्रम”, सत्यवती अचार्य ने” जागो प्रहरी बनो देश के”, एच.सी.गेरा ने गाजा के बच्चों पर करुण रस रचना “यह बच्चा किसका है”, सुनील मिनोचा ‘नदी की लहरें’, गौरव कुमार यथार्थवादी रचना “लड़ रहा है हर कोई”, मोनिका कटारिया मीनू “ए जिंदगी तुम्हें कहां ढूंढूं “आभा साहनी ने मार्मिक रचना “जिन हाथों ने की परवरिश” संचालिका रेणु अब्बी’रेणू’ ने नज़म “प्यार उनका संभाल पाया है “सुनीता एंजेल ने “वह मेरा पहला प्यार बेटा” ने अपनी कविताओं से माहौल को रंगारंग और सुरमई कर दिया। इस कार्यक्रम में सभी रंगों का सामंजस्य रहा।
वनकाम के अध्यक्ष आर.पी. मल्होत्रा जी ने इस आयोजन की बहुत अधिक सराहना की। आ. बिंदुसार जी ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया और सफल गोष्ठी के लिए सभी साहित्यकारों को बधाई दी।
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