बाजार में जाम क्यों ना लगे ?
दीपावली का समय है । और दीपावली के वक्त पर हर घर में साफ सफाई घर को सजाने का काम जोरों शोरों पर चल रहा है । हिसाब सफाई या घर को सजाने के वक्त लोगों को नए-नए आइडिया आते हैं कि अपने घर को इस बार इस तरीके से सजाया जाए ताकि जब लोग आए तो उनको हमारा घर पसंद आए अच्छी बात है करना भी चाहिए ।
अब बात कर लेते हैं बाजार की बाजार किसी भी शहर का हो किसी भी कस्बे का हो किसी भी शहर के सेक्टर का हो सभी जगह बाजारों में एक ही स्थिति नजर आ रही है वह है पार्किंग की जगह ना मिल पाना बाजार में जाम घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही आपकी कर या मोटरसाइकिल बिल्कुल चींटी की रफ्तार से चलती हुई नजर आती है आखिर उसकी वजह क्या है उसका दोस्त हम सीधे-सीधे सरकार पर मार देते हैं मगर कभी अपने आप से सवाल नहीं पूछते कि क्या इसके लिए सरकार ही दोषी है ?
खुद से भी पूछे एक सवाल फिर सरकार को तहराएं दोषी
आजकल ज्यादातर घरों में चार पहिया वाहन उपलब्ध है और लगभग सभी लोग जब बाजार जाने का विचार बनाते हैं तो अपने इस चार पहिया वाहन से ही बाजार को जाना पसंद करते हैं अब बाजार में पार्किंग की जगह तो लिमिटेड ही है ऊपर से दीपावली के त्यौहार में दुकानदार भी अपनी दुकान को पार्किंग एरिया में प्रशासन से अनुमति लेकर ले आते हैं । ऐसे में पार्किंग की जगह काम हो जाती है मजबूरन लोगों को सड़क पर पार्किंग करनी पड़ती है जिसकी वजह से सड़कों पर लंबा जाम लग जाता है और गाड़ियां सड़क पर कछु या केंचुए की तरह से चलती हुई नजर आनी शुरू हो जाती है । और फिर आम नागरिक इस कारण बैठकर सरकार को दोष देना शुरू कर देता है की सरकार ने यह नहीं किया सरकार ने को नहीं किया अब सरकार जाए तो कहां जाए
सरकार को या विभाग के प्रशासन के अधिकारियों को दुकानदारों को भी देखना है और आम जनमानस को भी क्योंकि जो दुकानदार है वह भी आम जनमानस का ही हिस्सा है । अक्सर त्योहारों के मौके पर सरकार या प्रशासन की तरफ से पार्किंग के लिए जो बंजारों के पास में कम्युनिटी सेंटर या स्कूल या सार्वजनिक जगह जो होती है वह पार्किंग के लिए खुला दी जाती है मगर वह भी ना काफी होती है और लोगों की कोशिश यह होती है कि जब सामान खरीदने निकले तो सीधे उसी दुकान पर उनकी गाड़ी लगे जिस दुकान से उन्होंने सामान लेना है अब ऐसी स्थिति में जाम लगा तो तय है ।
थोड़ी समझदारी से ले काम तो बाजार में लगने वाले जाम से मिल सकता है आराम
अगर हर व्यक्ति थोड़ी सी अब समझदारी दिखाएं तो बाजार में त्योहारों के वक्त जो लंबे-लंबे जाम नजर आते हैं उससे पूरी तरह रहता तो नहीं मिल सकती मगर थोड़ी बहुत राहत जरूर मिल सकती है हम जब अपने घर से निकले सामान लेने के लिए निकले तो कोशिश करें टू व्हीलर से जाए या फिर सार्वजनिक वाहन से का प्रयोग करने की कोशिश करें जितना कम से कम बाजार में वहां पहुंचेगा उतना ही बाजार में जाम लगने की स्थिति कम होगी । मगर यह तभी होगा जब हर व्यक्ति इसमें सहयोग करें एक किसी एक व्यक्ति के सहयोग करने से यह स्थिति नहीं बदलने वाली ।
तो उम्मीद की जा सकती है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद में आप इसको शेयर भी करेंगे और दूसरों से अपने पड़ोसियों से अपने परिचितों से इस समस्या के समाधान के लिए खुद से पहल करेंगे ना कि सरकार के भरोसे या प्रशासन के भरोसे हम और आप बैठे रहेंगे कुछ पल हमें खुद भी करनी होगी ।
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