दुबई एयर शो में भारतीय तेजस लड़ाकू विमान क्रैश: पायलट की मौत, वायुसेना ने हादसे की पुष्टि; जांच शुरू
दुबई एयर शो के अंतिम दिन शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का तेजस लड़ाकू विमान एरोबैटिक प्रदर्शन के दौरान क्रैश हो गया। हादसा अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उस समय हुआ, जब विमान अपनी निर्धारित डेमो फ्लाइट कर रहा था। विमान गिरते ही उसमें आग लग गई और एयरपोर्ट के ऊपर काले धुएं का बड़ा गुबार उठता दिखाई दिया। भारतीय समयानुसार यह दुर्घटना लगभग 3:40 बजे हुई।
पायलट की मौत, वायुसेना ने जताया शोक
भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि इस हादसे में तेजस के पायलट की मौत हो गई है। वायुसेना ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस कठिन समय में पायलट के परिवार के साथ खड़ी है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इनक्वायरी’ के गठन का आदेश दे दिया गया है।
यह तेजस के परिचालन इतिहास में पहला मौका है, जब किसी दुर्घटना में उसके पायलट की मृत्यु हुई है।
प्रदर्शन के दौरान अचानक नीचे आया विमान
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विमान अपने डेमो रूटीन के अनुसार सामान्य उड़ान भर रहा था, तभी अचानक उसकी ऊंचाई तेजी से कम होने लगी और देखते ही देखते वह जमीन से टकरा गया। टकराने के तुरंत बाद तेज आग लग गई। घटना के बाद एयर शो को अस्थायी रूप से रोक दिया गया और दर्शकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
रिस्क्यू टीमें कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंचीं
हादसे के बाद एयरपोर्ट की आपातकालीन और दमकल इकाइयाँ तुरंत सक्रिय हो गईं। आग पर काबू पाने और क्षेत्र को सुरक्षित करने में टीमों को काफी प्रयास करने पड़े। घटना स्थल को बाद में घेराबंदी में लेकर तकनीकी जांच शुरू कर दी गई।

दुबई एयर शो में तीसरी बार शामिल हुआ था तेजस
दुबई एयर शो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित एविएशन इवेंट्स में से एक है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विमानन कंपनियाँ, एयरफोर्सेज और रक्षा उद्योग अपनी तकनीक प्रदर्शित करते हैं।
तेजस लगातार तीसरी बार इस एयर शो में शामिल हुआ था। 1989 से शुरू हुआ यह शो हर दो वर्ष में आयोजित होता है और इस वर्ष इसके पांच दिवसीय कार्यक्रम का आज अंतिम दिन था।
तेजस का दूसरा बड़ा हादसा
तेजस लड़ाकू विमान का यह दूसरा बड़ा क्रैश है। इससे पहले मार्च 2024 में राजस्थान के पोकरण रेंज में युद्धाभ्यास के दौरान एक तेजस तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, हालांकि उस हादसे में पायलट समय रहते इजेक्ट कर सुरक्षित बच गया था।

HAL द्वारा विकसित 4.5 जनरेशन का फाइटर जेट
तेजस भारतीय रक्षा निर्माण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जाता है।
यह हल्का, तेज और अत्याधुनिक तकनीक से लैस 4.5-जनरेशन मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है। इसमें GE F404 इंजन लगा है जो इसे माक 1.6 की रफ्तार तक पहुंचाने में सक्षम बनाता है।
तेजस की सुरक्षा प्रणालियों में ‘जीरो-जीरो इजेक्शन सीट’ जैसी आधुनिक तकनीक मौजूद है, जो पायलट को शून्य ऊंचाई व शून्य गति पर भी सुरक्षित बाहर निकलने का अवसर देती है।
जांच समिति जुटी कारणों की तलाश में
हादसे के बाद क्रैश साइट से मलबा, उड़ान डेटा और तकनीकी इनपुट जुटाए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय विमानन विशेषज्ञों के साथ मिलकर पूरी घटना की विस्तृत जांच की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि दुर्घटना पायलटिंग त्रुटि, तकनीकी खराबी या किसी अन्य कारण से हुई।





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