निगम चुनाव के पहले पंचकूला की जनता को पार्किंग शुल्क से मिली राहत
पंचकूला नगर निगम क्षेत्र में अब नहीं लगेगी पार्किंग फीस , मेयर ने की घोषणा, वार्ड पार्षद और व्यापारियों में खुशी की लहर
पंचकूला नगर निगम का सत्र खत्म होने के कुछ दिन पहले ही पंचकूला नगर निगम के सेक्टर 8 सेक्टर 9 और सेक्टर 10 जोकि वार्ड 3 में आता है , और पचरा नगर निगम क्षेत्र में यही इकलौता वार था जहां की मार्केट में जाने पर पार्किंग देनी पड़ती थी , मंगलवार 11 नवंबर से अब पार्किंग नहीं लगेगी इस बात की घोषणा मेयर कुलभूषण गोयल ने सेक्टर 8 की मार्केट में आम जनता और दुकानदारों के साथ-साथ पार्षदों के बीच में कर दी ।
मेयर ने कहा कि शहर में जनता और व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है और आगे से नगर निगम पंचकूला क्षेत्र में कोई पार्किंग वसूली लागू नहीं होगी।
सिर्फ तीन सेक्टरों में वसूली जाती थी पार्किंग फीस
गौरतलब है कि बीते लंबे समय से पंचकूला नगर निगम क्षेत्र में केवल सेक्टर-8, सेक्टर-9 और सेक्टर-10 की मार्केट में ही पार्किंग शुल्क लिया जा रहा था।
जबकि शहर के अन्य प्रमुख बाजारों — जैसे सेक्टर-14 और सेक्टर-20 — से पहले ही पार्किंग वसूली हटाई जा चुकी थी।
स्थानीय वार्ड पार्षदों और व्यापार मंडल का कहना था कि या तो पूरे शहर में समान नियम लागू हो या केवल कुछ सेक्टरों में पार्किंग वसूली करना अन्यायपूर्ण है। इसी मुद्दे पर बीते महीनों से लगातार वार्ड पार्षद, व्यापारी संघ और स्थानीय नागरिकों द्वारा विरोध और ज्ञापन दिए जा रहे थे।
वार्ड पार्षद ने निर्णय को बताया जनहित का फैसला
वार्ड 3 की पार्षद सोनिया सूद ने इस निर्णय पर खुशी जताई।
उन्होंने कहा — “यह फैसला जनता के हित में है। बाजार में आने वाले लोगों को राहत मिलेगी। व्यापारी वर्ग को भी फायदा होगा। पार्किंग शुल्क हटने से ग्राहकों की आवाजाही बढ़ेगी और व्यापार को मजबूती मिलेगी।”
दुकानदारों में खुशी की लहर, बोले — अब ग्राहक बिना झिझक आएंगे
सेक्टर-8, 9 और 10 के कारोबारियों ने पार्किंग हटाए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि पार्किंग शुल्क के कारण कई बार ग्राहक गाड़ी खड़ी करने में झिझकता था और पास के अन्य बाज़ारों का रुख कर लेता था।
दुकानदारों ने कहा — “अब बाजार का माहौल खुलेपन वाला होगा। ग्राहक आएगा, घूमेगा, खरीदेगा। यह निर्णय व्यापार और बाजार दोनों के लिए सकारात्मक है।”
विपक्ष ने कहा — निर्णय स्वागतयोग्य, पर देरी क्यों?
पार्किंग हटाए जाने पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आई हैं। लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि यह निर्णय तो सही है, लेकिन इसे काफी पहले लागू किया जाना चाहिए था। ठीक चुनाव के पहले इसको लागू किए जाने को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं कि कहीं ऐसा तो नहीं कि यह चुनावी रेवड़ी हो ।
अब देखना होगा कि नगर निगम इस व्यवस्था के बाद यातायात प्रबंधन को किस तरह संतुलित रखता है।
करोड़ों रुपए बकाया बताया जाना गलत, मैंने तो मजबूरी में घाटे में चलाई है पार्किंग : लालचंद ठेकेदार
बीते दिनों नगर निगम की बैठक में भी पार्किंग का मुद्दा उठा था । जिसमें पार्किंग खत्म करने को लेकर बात रखी गई थी तो उसके बाद इस बात की चर्चा थी की पार्किंग ठेकेदार पर करोड़ों रुपए बाकी है ठेका रद्द कर दिया जाएगा तो इसकी वसूली कैसे होगी । इस बात को लेकर पार्किंग ठेकेदार भी सामने आए हैं उन्होंने खबरी प्रशाद अखबार को बताया कि उनके ऊपर करोड़ों रुपये बकाया बताए जाने की बातें अफवाह और भ्रामक हैं।
उन्होंने कहा — “नगर निगम की ओर से जो बकाया दर्शाया गया है वह केवल 85 लाख रुपए है। उसमें से 10 लाख रुपए मेरी जमा सिक्योरिटी है और लगभग 10 लाख रुपए ब्याज के रूप में जोड़े गए हैं। मैंने निगम को पत्र लिखकर कहा है कि ब्याज हटाकर शेष राशि की ईएमआई तय कर दी जाए।”
लालचंद ने यह भी कहा कि जब उन्होंने यह ठेका लिया था, तब निगम के अधिकारियों द्वारा उन्हें कई बड़े सपने दिखाए गए थे । जिसमें कई तरह के संरचनात्मक सुधार, मार्किंग और प्रबंधन सुविधाओं का आश्वासन दिया गया था, जिनमें से ज्यादातर को पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा — “मैंने तीन साल पार्किंग व्यवस्था घाटे में चलाई। ठेका छोड़ना संभव नहीं था, इसलिए मजबूरी में काम जारी रखना पड़ा।”
पंचकूला में पार्किंग शुल्क हटाया जाना सीधे आम जनता, व्यापारियों और बाजार गतिविधियों पर असर डालने वाला बड़ा कदम है।
शहर में अब ग्राहकों की आवाजाही बढ़ने की उम्मीद है, वहीं नगर निगम को अब बिना पार्किंग राजस्व के सड़क प्रबंधन और व्यवस्था को नए मॉडल के आधार पर संभालना होगा।





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