सूर्य का कन्या राशि में हाे रहा प्रवेश, स्टूडेंट्स के लिए अच्छा समय, कंपटीशन जीतने की संभावना
करियर में न्यू जॉब मिलने के चांस, नए वाहन या प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं, मेडिटेशन कर तनाव से बचें
17 सितंबर यानी कि अाज से 16 अक्टूबर 2025 तक सूर्य का गोचर कन्या राशि में रहेगा। सूर्य सिंह राशि से कन्या राशि में 17 सितंबर सुबह 1:54 पर प्रवेश कर रहे हैं। सूर्य हमारी आत्मा है, सूर्य मतलब सिंहासन, कुंडली में सूर्य जिस भी घर में स्थित है, उस घर से जुड़े कार्य को पूर्ण करना हमारी आत्मा का लक्ष्य है। अब सूर्य कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं, कन्या राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं। वह एक पृथ्वी तक की राशि है। कन्या राशि के जातक काफी मेहनती, इंटेलिजेंट होते हैं। इन जातकों की गणित, बैंकिंग, सीए में काफी रुचि होती है। यह काफी ऑर्गेनाइज्ड और हेल्थ कॉन्शियस होते हैं। यह अपनी बातों को बहुत रचनात्मक ढंग से कहना जानते हैं। यह कहना है एस्ट्राॅलाेजर सावी का, जिन्हाेंने बताया कि किस तरह से सूर्य का कन्या राशि में गाेचर हाेने से अलग अलग राशियाें पर प्रभाव देखने काे मिलेगा। एस्ट्राेलाेजर सावी ने बताया, मेष राशि में जातक व जातकों के लिए सूर्य पांचवे भाव के स्वामी है और सूर्य छठे भाव में गोचर कर रहे है। स्टूडेंट्स के लिए अच्छा समय है, कंपटीशन जीतने की संभावना, करियर में न्यू जॉब मिलने के चांसेस, स्वास्थ्य संबंधित खर्चा बढ़ सकता है। जीवन शैली में अनुशासन जरूरी है। वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी है।
एस्ट्राेलाेजर सावी ने बताया, सूर्य कन्या राशि पांचवे घर में गोचर कर रहे है। बच्चों की पढ़ाई में रुचि बुढ़ेगी। कोई स्किल भी सीख सकते हैं, इससे लाभ भी होगा, क्योंकि सूर्य की दृष्टि घर में पड़ने के कारण सोशल ऑर्गेनाइजेशन नेटवर्किंग, बड़े भाई बहनों से फायदा मिलने के अवसर मिलेंगे। मिथुन राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी है, सूर्य चाैथे भाव में गाेची कर रहे है। नए वाहन या प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं, घर के वातावरण में सुख का अनुभव। दसवें भाव पर सूर्य की दृष्टि से कैरियर और व्यावसायिक उपलब्धियां भी बढ़ेगी। कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी है। सूर्य तीसरे घर में गोचर करेंगे। ये समय छाेटी यात्रा करने अाैर नए प्राेजेक्ट शुरू करने के लिए अनुकूल है। सूर्य की नाेवें भाव में दृष्टि से भाग्य भी सपोर्ट करेगा और फादर का सपोर्ट भी मिलेगा।
सिंह राशि के लिए सूर्य लग्न के स्वामी है, सूर्य दूसरे भाव में होने से धन के अवसर मिल सकते हैं लेकिन खर्च भी बढ़ सकता है। करियर में प्रगति के अवसर मिल सकते हैं, वाणी पर नियंत्रण रखें और अहंकार से बचें। कन्या राशि वालों के लिए सूर्य पहले के भाव में गोचर करेगा, जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है। इस समय में हमें कोई भी जरूरी निर्णय नहीं लेना। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले सोच विचार करें, आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें, स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। तुला राशि के लिए सूर्य का गोचर 12वें भाव में है। विदेश यात्रा का याेग बन सकता है, खर्चे बढ़ सकते है, पिताजी के स्वास्थ्य में सावधानी बरतें, धार्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ सकती है। वृषक लग्न के लिए सूर्य का लग्न एकादश भाग में हाे रहा है। अाय में वृधी, लाभ के अवसर, इच्छाओं की पूर्ति हो सकती है। मान सम्मान में वृद्धि, बड़े भाई बहनों से संबंध अच्छे होंगे और सपोर्ट भी मिलेगा।
धनु लग्न के सूर्य का गोचर दशम भाव में हो रहा है। करियर में उन्नति सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि जिम्मेदारियां बढ़ सकती है। सरकारी क्षेत्र में सफलता के अवसर, स्वास्थ अच्छा रहेगा, लेकिन तनाव से बचें। मकर लग्न वालाें के लिए सूर्य का नाैवेे भाग में गोचर काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। उच्च शिक्षा में सफलता मिल सकती है, धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य में रुचि भर सकती है, लंबी यात्राएं और भाग्य का सपोर्ट भी रहेगा। कुंभ लग्न के लिए सूर्य का गोचर अष्टम भाव में हो रहा है, जो थोड़ा तनावपूर्वक है। गुप्त विज्ञान और ज्योतिष तंत्र आदि में रुचि बढ़ सकती है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, तनाव और ऊर्जा का स्तर पर भी ध्यान दें, मेडिटेशन को अपनाएं। मीन लग्न के लिए सूर्य का गोचर सप्तम भाव में हो रहा है। संबंधाें में महत्वपूर्ण परिवर्तन अा सकते है। व्यवसाय में वृधी काे हाे सकती है, कुंवारे लोगों का विवाह होने की संभावना भी है।
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