हाईकोर्ट पहुंचे ज्ञानचंद गुप्ता, बोले मैं 40 हज़ार फर्जी वोट से हारा
पंचकूला। हरियाणा विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटिंग के आरोप को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं भाजपा नेता ज्ञानचंद गुप्ता ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में गुप्ता ने दावा किया है कि पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में करीब 40 हजार वोट फर्जी हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव को रद्द करने की मांग रखी।
गुप्ता का कहना है कि प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, केवल 23 बूथों के सर्वे में 3906 वोट गलत पाए गए। इनमें मृत व्यक्तियों के नाम, स्थानांतरित मतदाता और अज्ञात लोगों के नाम शामिल थे। गुप्ता ने कोर्ट को बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इन फर्जी वोटों को मतदाता सूची से हटाने की मांग की थी।
फर्जी वोटों के कारण ही चंद्रमोहन से हारा : गुप्ता
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का दावा है कि यदि चुनाव आयोग समय रहते इन फर्जी वोटों को सूची से काट देता तो चुनाव परिणाम पूरी तरह बदल सकते थे। इन फर्जी वोटों के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ा और अंततः कांग्रेस नेता चंद्रमोहन के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
गुप्ता का आरोप है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी केवल पंचकूला तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे हरियाणा में विधानसभा क्षेत्रवार इस तरह का सर्वे करवाया जाना चाहिए। पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव के लिए मृत और अज्ञात मतदाताओं के नाम सूची से तत्काल हटाए जाने आवश्यक हैं।

दोबारा चुनाव कराने की मांग
गुप्ता ने यह भी मांग की है कि फर्जी वोट डाले जाने के चलते पंचकूला विधानसभा का हालिया चुनाव रद्द किया जाए और दोबारा मतदान कराया जाए। उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।
हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब
हाई कोर्ट ने इस मामले पर प्राथमिक सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग से जवाब मांगा है। अब देखना यह होगा कि कोर्ट इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या निर्णय देता है, क्योंकि मामला न केवल एक सीट बल्कि चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता से भी जुड़ा है।
मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने को चले विशेष अभियान
गुप्ता ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने उदाहरण दिया कि बिहार में वर्तमान में वोटर लिस्ट का घर-घर सर्वे चल रहा है, जिसमें बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) हर घर जाकर मतदाता की पहचान, पते और जीवित होने की पुष्टि कर रहे हैं।
सर्वे के दौरान मृत व्यक्तियों के नाम, दोहरी प्रविष्टियां और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया से मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाया जा रहा है। हरियाणा में भी इसी तरह का व्यापक और सख्त सर्वे करवाया जाए, ताकि मृत और अज्ञात मतदाताओं के नाम स्वतः हट जाएं और भविष्य के चुनाव निष्पक्ष हो सकें। उनका दावा है कि अगर यह प्रक्रिया पहले अपनाई जाती, तो पंचकूला में फर्जी वोटिंग की समस्या पैदा ही नहीं होती।
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