हरियाणा CET 2025 का आगाज़: परीक्षा में नकल रोकने की सख्ती, सेंटरों के बाहर दुकानदारों की मनमानी
हरियाणा में आज (26 जुलाई) कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) ग्रुप-C की परीक्षा का पहला दिन रहा। लंबे इंतज़ार के बाद यह परीक्षा तीन साल बाद दूसरी बार आयोजित की जा रही है, जिसे लेकर सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए कड़े इंतज़ाम किए हैं। सुबह की पहली शिफ्ट में परीक्षार्थियों की जांच प्रक्रिया बेहद सख्त रही और नकल को रोकने के लिए अभ्यर्थियों को जूते, चूड़ियां, पायल, घड़ी और धागे तक उतरवाने पड़े।
परीक्षा केंद्रों के बाहर काफी भीड़ देखने को मिली। कुछ युवतियां गूगल मैप की सहायता से सेंटर तक पहुंचीं तो कुछ को ट्रैफिक और परिवहन के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, कई शहरों में पुलिस, प्रशासन और सिविल स्टाफ परीक्षा प्रक्रिया को सुचारु बनाए रखने के लिए तैनात रहा।
लेकिन परीक्षा की पारदर्शिता के बीच कई जगहों पर अव्यवस्था और निजी दुकानदारों की लापरवाही भी साफ तौर पर देखी गई। सेंटरों के बाहर मनमानी शुल्क वसूलते दुकानदारों, खुले फोटोकॉपी सेंटर और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाम की स्थिति ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए।
हरियाणा में 26 और 27 जुलाई को होने वाली ग्रुप-सी की कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) परीक्षा को लेकर प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि परीक्षा को नकल मुक्त और पारदर्शी बनाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं और कई उच्चस्तरीय बैठकें ले चुके हैं।

राज्य में 150 से 200 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इन सेंटरों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया गया है। पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि सभी सेंटरों के बाहर कड़ी पेट्रोलिंग की जाए और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि हर जिले में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और सभी सेंटरों की वीडियोग्राफी अनिवार्य की गई है। संवेदनशीलता के आधार पर जिलों के उपायुक्तों को यह अधिकार दिया गया है कि यदि आवश्यक समझें तो परीक्षा के दौरान सीमित अवधि के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय ले सकें।
इस परीक्षा में करीब 13 हजार पुलिसकर्मी और 5 हजार से अधिक अन्य सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक और आइरिस स्कैनिंग के जरिए उपस्थिति दर्ज की जाएगी। प्रत्येक कक्षा में चार CCTV कैमरे लगाए गए हैं और एक कक्ष में केवल 24 परीक्षार्थियों को बैठाया जाएगा, जिस पर एक सुपरवाइजर की निगरानी रहेगी।
डॉ. मिश्रा ने यह भी बताया कि पूर्व में सामने आए पेपर लीक मामलों की समीक्षा के आधार पर संदिग्ध लोगों की सूची तैयार की गई है और सीआईडी समेत सभी खुफिया एजेंसियां लगातार इन गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। इसके अतिरिक्त कोचिंग संस्थानों पर विशेष निगरानी रखने और परीक्षा दिवस पर उन्हें बंद रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
कई शहरों में चेकिंग के नाम पर सख्ती, जाम में फंसे परीक्षार्थी
रेवाड़ी, जींद, हिसार और फरीदाबाद जैसे शहरों में सख्ती इतनी ज्यादा रही कि महिलाओं को अपनी चूड़ियां, पायल, मंगलसूत्र और अन्य आभूषण उतरवाने पड़े। किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को एग्जाम सेंटर के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी। समय पर पहुंचने के लिए परीक्षार्थी सुबह से ही निकल पड़े थे लेकिन कई जगहों पर ट्रैफिक जाम ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं।
जींद में एक अभ्यर्थी की बाइक को कार ने टक्कर मार दी, लेकिन वह युवक सुरक्षित रहा। वहीं, फरीदाबाद में एक युवती गूगल मैप के जरिए अकेले ही सेंटर पहुंची। इन घटनाओं ने एक बार फिर दिखाया कि हर परीक्षा के दिन सिर्फ तैयारी नहीं, बल्कि यात्रा और पहुंच भी एक परीक्षा बन जाती है।
सेंटरों के बाहर दुकानदारों की मनमानी, ₹200 तक वसूले बैग रखने के
पंचकूला और फरीदाबाद में परीक्षा केंद्रों के बाहर दुकानदारों ने इस मौके को ‘कमाई’ में बदल दिया। परीक्षार्थियों से बैग, मोबाइल, बेल्ट या पर्स रखने के ₹50 से ₹200 तक वसूले गए। कई छात्र जो अकेले आए थे, उनके पास कोई विकल्प नहीं था।
हालांकि प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि सेंटर से 200 मीटर की दूरी तक कोई भी वाहन खड़ा न हो और फोटोकॉपी की दुकानें बंद रहें, लेकिन पंचकूला में फोटोकॉपी दुकानें खुली रहीं और नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती देखी गईं।
सरकार का दावा- “इतिहास का सबसे पारदर्शी एग्जाम होगा CET”
हरियाणा की एसीएस (गृह) डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस परीक्षा को लेकर सरकार गंभीर है और हर सेंटर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी केंद्रों पर पुलिस, BNS 163, ट्रैफिक कंट्रोल और वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है।
हर जिले में कंट्रोल रूम बनाया गया है, सेंटरों के अंदर केवल अधिकृत व्यक्ति ही प्रवेश कर सकते हैं। सेंटरों के आस-पास इंटरनेट बंद करने का निर्णय संबंधित DC को सौंपा गया है। 200 सेंसिटिव सेंटरों पर विशेष नजर है और पेपर लीक मामलों में शामिल गैंग की सूची CID के पास है।
सख्त नियम, नकल में पकड़े गए तो 5 साल तक बैन
CET परीक्षा को लेकर आयोग ने इस बार नकल को लेकर बेहद सख्त नियम बनाए हैं। पहली बार अगर कोई अभ्यर्थी अनुचित साधन प्रयोग करते पकड़ा गया तो उस पर UMC (Unfair Means Case) लगेगा और वह अगले 5 साल तक HSSC की कोई भी परीक्षा नहीं दे पाएगा। इसके अलावा सभी एग्जाम सेंटरों में बायोमेट्रिक व आइरिस स्कैनिंग की व्यवस्था भी लागू की गई है।
दूसरी शिफ्ट की तैयारी: परीक्षार्थी हो रहे रवाना
पहली शिफ्ट सफलतापूर्वक समाप्त होने के बाद दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 3:15 बजे से शुरू होगी। इसके लिए एग्जाम सेंटर में प्रवेश दोपहर 12:45 बजे से 2:30 बजे तक किया जाएगा। परीक्षार्थी घरों से सेंटरों की ओर निकल पड़े हैं और प्रशासन ने दोबारा शटल बसों की व्यवस्था मजबूत करने के आदेश दिए हैं।
हरियाणा में CET ग्रुप-C की परीक्षा एक बड़े पैमाने पर आयोजन है, जिसमें लाखों अभ्यर्थी अपने भविष्य की उम्मीद लेकर परीक्षा दे रहे हैं। हालांकि सरकार की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी गई, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ खामियां साफ नज़र आईं। ऐसे में जरूरत है कि भविष्य में केवल सख्ती ही नहीं, व्यवहारिक व्यवस्थाएं भी की जाएं ताकि यह परीक्षा निष्पक्ष ही नहीं, सुगम भी बन सके।
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