अब हर सोमवार उठेगी आवाज़ – रिश्वतखोरों की प्रॉपर्टी पर चले बुलडोज़र !
“खबरी प्रशाद” अखबार का अभियान
देश में बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने के लिए “खबरी प्रशाद” समाचार पत्र ने आज से हर सोमवार एक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य है – रिश्वत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करना, ठीक उसी तरह जैसे नशा कारोबारियों या अपराधियों के खिलाफ की जाती है।
सवाल है – रिश्वतखोरों के घरों पर क्यों नहीं चलता बुलडोज़र ?
पिछले कुछ समय से लगातार ऐसे समाचार सामने आ रहे हैं जिनमें सरकारी अधिकारी रिश्वत लेकर संपत्तियाँ बना रहे हैं। छापों में करोड़ों की नकदी, सोना और अवैध निवेश उजागर हो रहे हैं। इसके बावजूद, उनके खिलाफ आधी-अधूरी कार्रवाई ही होती है।
जब सरकार नशा तस्करों और माफियाओं के खिलाफ बुलडोज़र चलवाकर सख्त संदेश देती है, तो वही नीति भ्रष्ट अधिकारियों पर क्यों नहीं लागू होती?
भ्रष्टाचार पर बुलडोज़र जरूरी क्यों?
रिश्वत लेना एक अपराध ही नहीं, देश की व्यवस्था में दीमक की तरह है। जब तक ऐसे भ्रष्ट अफसरों और नेताओं के अवैध साम्राज्य को तोड़ा नहीं जाएगा, तब तक आम आदमी के अधिकार कुचले जाते रहेंगे।
सरकार से हमारी मांग
इस अभियान के तहत हम सरकार से मांग करते हैं कि
जिन अधिकारियों और नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं, उनकी संपत्ति जब्त कर बुलडोज़र चलाया जाए।
भ्रष्टाचारियों को केवल सस्पेंड करना काफी नहीं है, उन्हें जनता के सामने जवाबदेह बनाया जाए।
इस तरह की कार्यवाहियों कर के भ्रष्टाचारियों में कानून का डर बैठाया जाए।
आइए, बनें बदलाव की आवाज़
हम आपसे अपील करते हैं – इस अभियान का हिस्सा बनिए। हर सोमवार हमारी रिपोर्ट पढ़िए, साझा कीजिए और सरकार पर दबाव बनाईए कि रिश्वतखोर चाहे नेता हो या अधिकारी – बुलडोज़र उनके दरवाज़े तक ज़रूर पहुंचे ।
क्योंकि आजकल समाज में एक स्लोगन बहुत मशहूर हो गया है रिश्वत लेते हुए पकड़े गए और रिश्वत देकर छूट गए ।

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