पंचकूला नगर निगम का दफ्तर ही नहीं बच पाया जलभराव से, तो जनता के घर कैसे बचाएगा?
एक दिन पहले नगर निगम कमिश्नर अपराजिता छाता लेकर निरीक्षण कर रही थी जल भराव वाली जगह का
पंचकूला रितेश महेश्वरी
चिराग तले अंधेरा वाली कहावत आपने सुनी होगी और वह चरितार्थ हो गई बुधवार को पंचकूला नगर निगम के दफ्तर में। दरअसल मंगलवार को नगर निगम कमिश्नर अपराजिता छाता लेकर शहर में निकली थी और जहां जल भराव था उन जगहों का वह निरीक्षण कर रही थी। पर उन्हें क्या पता था की निरीक्षण करने के 12 घंटे बाद जी दफ्तर में नगर निगम कमिश्नर अपराजिता और नगर निगम पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल बैठते हैं उसी के बेसमेंट में पानी भर जाएगा । इसी को कहते हैं चिराग तले अंधेरा जो नगर निगम अपना दफ्तर जल भराव से नहीं बचा सकता वह आम जनता के घरों में पानी नहीं भरेगा इस बात की गारंटी दे रहा है ।


पंचकूला में बारिश के चलते हुए जलभराव ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी है। जिस विभाग की जिम्मेदारी शहर को जलभराव से बचाने की है, वही अपना कार्यालय तक सुरक्षित नहीं रख पाया। मंगलवार को जहां नगर निगम की कमिश्नर अपराजिता खुद शहर का निरीक्षण छाता लेकर कर रही थीं, वहीं बुधवार को सेक्टर-14 स्थित नगर निगम के दफ्तर के बेसमेंट में ही पानी भर गया।
इस जलभराव में निगम के चीफ सैनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला का कार्यालय भी डूब गया। नगर निगम से जुड़े सूत्रों के अनुसार पानी इतना ज्यादा था कि दफ्तर खुलते ही 20 मिनट के भीतर फर्नीचर और कई जरूरी फाइलें पानी में भीग गईं। सफाई कर्मचारियों को आनन-फानन में बाल्टी और कपड़े की मदद से पानी बाहर निकालना पड़ा।






इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि निगम समय रहते नालों, सड़कों और गलियों की सफाई नहीं करवा पाया। यदि सफाई सही तरीके से की गई होती, तो कम से कम निगम के अपने ही कार्यालय में पानी न भरता।
अब सवाल यह उठता है कि जब नगर निगम खुद अपने दफ्तर को जलभराव से नहीं बचा पाया, तो वह पूरे पंचकूला की जनता को बारिश के पानी से कैसे सुरक्षित रखेगा? यह स्थिति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल के लिए एक गंभीर चेतावनी होनी चाहिए।
तस्वीरें और वीडियो गवाही दे रहे हैं, लेकिन अब वक्त है कि निगम सिर्फ निरीक्षण के फोटो खिंचवाने से आगे बढ़े और जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाए। पंचकूला की जनता को यह समझना चाहिए कि जो नगर निगम अपना दफ्तर बारिश के पानी से नहीं बचा पा रहा है , वह आपका घर कैसे बचा पाएगा इसलिए बारिश के पानी आपके घर में ना भरे उसकी चिंता आप खुद ही करें नगर निगम के भरोसे ना बैठे रहे ।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!