सावधान : ऑनलाइन खरीदी थी दवाई , हुई युवक की मौत
दवाई की ऑनलाइन सुरक्षित खरीदारी के लिए इन बातों का रखें ध्यान
चंडीगढ़ रीतेश माहेश्वरी
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में ऑनलाइन मंगाई गई दवा से एक युवक की मौत ने ऑनलाइन फार्मेसी प्लेटफॉर्म्स की विश्वसनीयता और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक युवक ने वजन कम करने के उद्देश्य से एक दवा वेबसाइट से ऑर्डर की थी, जिसे सेवन करने के बाद उसकी किडनी फेल हो गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद चिकित्सा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य नियामकों ने ऑनलाइन दवा खरीदने को लेकर अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
ऑनलाइन दवा खरीदते समय रखें ये सावधानियां:
डॉ. जितेंद्र शर्मा के अनुसार, ऑनलाइन दवा खरीदना तभी सुरक्षित होता है जब ग्राहक प्रमाणित और रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म से डॉक्टर की सलाह पर ही दवा मंगवाए। उन्होंने बताया कि कई गंभीर दवाएं ऐसी होती हैं जिनकी डोज़ या गुणवत्ता में मामूली गलती भी जानलेवा साबित हो सकती है।
डॉ. शर्मा ने दवा ऑर्डर करते समय निम्न बातों पर ध्यान देने की सिफारिश की है:
- केवल डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की गई दवा ही मंगवाएं।
- प्लेटफॉर्म का लाइसेंस, ग्राहक समीक्षा और ब्रांड वैल्यू जरूर जांचें।
- बिना प्रिस्क्रिप्शन के मिलने वाली दवाओं से दूर रहें।
- सील, पैकिंग, बैच नंबर और एक्सपायरी डेट की जांच करें।
- डिलीवरी के समय पैकेट सामने खोलें और कोई अनियमितता हो तो रिटर्न करें।
- कंपनी से बिल और दवा की पूरी डिटेल्स मांगें।
- संदिग्ध दवा मिलने पर तुरंत ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी में शिकायत करें।
- बॉक्स या बोतल में छेड़छाड़ की आशंका हो तो दवा का उपयोग न करें।
नियमों की स्थिति क्या है?
भारत में अभी ऑनलाइन फार्मेसी को लेकर स्पष्ट कानून नहीं हैं। मौजूदा समय में इसे Drugs and Cosmetics Act, 1940 और IT Act, 2000 के तहत नियंत्रित किया जाता है। हालांकि 2018 में सरकार ने Draft E-Pharmacy Rules पेश किए थे, लेकिन वे अब तक लागू नहीं हो सके हैं।
सरकार और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) एक समर्पित और कठोर नियामक ढांचा तैयार कर रही है ताकि ग्राहकों को सुरक्षित और प्रमाणिक दवाएं मिल सकें।
क्या करें अगर दवा से रिएक्शन हो जाए?
यदि किसी व्यक्ति को ऑनलाइन मंगाई गई दवा से रिएक्शन होता है, तो वह ड्रग कंट्रोल विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय या उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर सकता है। शिकायत के लिए पैकिंग, बिल और उपयोग की गई दवा का रिकॉर्ड रखना जरूरी होता है।
ऑनलाइन दवाओं की खरीदारी भले ही सुविधाजनक हो, लेकिन इसके लिए जागरूकता और सतर्कता सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। एक छोटी सी लापरवाही जीवन को संकट में डाल सकती है। इसलिए दवा खरीदते समय सावधानी बरतें और सिर्फ भरोसेमंद स्रोतों से ही दवा मंगवाएं।
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