पहलगाम हादसे को लेकर हरियाणा भाजपा सांसद का विवादित बयान
कहा—“पर्यटकों में नहीं था वीरता का जोश, इसलिए बने गोली का शिकार”
भिवानी, हरियाणा
पहलगाम आतंकी हमले पर टिप्पणी करते हुए हरियाणा से बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने शनिवार को एक विवादास्पद बयान दिया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। सांसद ने कहा कि अगर हमले के दौरान मारे गए यात्री प्रधानमंत्री मोदी की योजना के तहत सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके होते, तो इतनी जानें नहीं जातीं।
भिवानी में आयोजित अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति संगोष्ठी में बोलते हुए जांगड़ा ने कहा, “अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगना जैसा साहस नहीं था। अगर मारे गए पर्यटकों के हाथ में लाठी-डंडे तक होते और वे आतंकियों की ओर दौड़ते, तो शायद 5-6 की जान जाती, लेकिन आतंकवादी भी मारे जाते।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अग्निवीर योजना को इसका समाधान बताते हुए कहा, “देश के युवाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देकर ही ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। मोदी जी युवाओं में वीरता भरना चाहते हैं, लेकिन जब लोग खुद को असहाय मान लेंगे, तो नतीजे ऐसे ही होंगे।”
राजनीतिक और सामाजिक आलोचना शुरू
सांसद के इस बयान पर विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आलोचकों का कहना है कि दुख की घड़ी में संवेदना जताने की बजाय, पीड़ितों को ही दोषी ठहराना अमानवीय और असंवेदनशील रवैया है। कई नेताओं ने बयान को “शहीदों की शहादत का अपमान” बताया।
सवाल उठते हैं
अब सवाल यह है कि क्या किसी आतंकवादी हमले में असैन्य नागरिकों से ‘सामना करने’ की उम्मीद करना व्यावहारिक या न्यायोचित है? सांसद के बयान ने इस बहस को भी जन्म दिया है कि नेताओं को संवेदनशील घटनाओं पर कितना संयम और जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।
इस बयान को लेकर भाजपा आलाकमान की प्रतिक्रिया का भी इंतजार किया जा रहा है ।
पहलगाम हादसे को लेकर मध्य प्रदेश भाजपा मंत्री के बाद अब हरियाणा के राज्यसभा सांसद के बजट में आने के बाद भाजपा नेताओं ने अभी तक पूरी तरीके से चुप्पी साध रखी है । आखिर ऐसे बढ़ बोली नेताओं पर भाजपा अलग कमान चुप क्यों है ? चाहे वह मध्य प्रदेश की विजय साहब हो या फिर ताजा-ताजा हरियाणा के रामचंद्र जांगड़ा!
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