कालका विधानसभा चुनाव : व्हाइट हाउस में खामोशी क्यों?
व्हाइट हाउस की खामोशी कहीं बिगाड़ न दे शक्ति रानी का खेल
कार्तिक शर्मा ने कालका माता मंदिर में मांगी माफी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एक नंबर की विधानसभा सीट कालका विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार शक्ति रानी शर्मा अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ रही है। परंतु खबरी प्रशाद अखबार की टीम पिछले दो दिनों से कालका विधानसभा की ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रही है और छेत्र के बहुत लोगों से टीम ने बात की। शक्ति रानी शर्मा के चुनाव प्रचार से पूर्व विधायक लतिका शर्मा ने अपने आप को पूरी तरीके से दूरी बना रखा है तो वहीं कालका विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा का अघोषित प्रमुख कार्यालय व्हाइट हाउस मे शांति लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
क्या है व्हाइट हाउस और क्यों है खामोश
दरअसल व्हाइट हाउस का मतलब होता है अमेरिका के राष्ट्रपति का घर , परंतु पंचकूला जिले के कालका विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसी इमारत है जिसका नाम व्हाइट हाउस है और क्षेत्र के लोग इसे भाजपा कालका विधानसभा के भाजपा अघोषित मुख्यालय के तौर पर पहचानते हैं क्योंकि यहीं पर मुख्यमंत्री आते हैं और भाजपा के ज्यादातर बड़े काम इसी व्हाइट हाउस से करवाए जाते हैं। व्हाइट हाउस के प्रमुख संतराम शर्मा है जो की क्षेत्र की तमाम छोटी बड़ी संस्थाओं से जुड़े हुए हैं । और बड़े समाजसेवी के तौर पर इनका नाम ईस क्षेत्र में जाना जाता है। कहा तो यह भी जाता है संतराम शर्मा के एक इसारे पर 10 -15000 वोट डल सकते हैं। इतनी महत्वपूर्ण इमारत होने के बावजूद भी विधानसभा चुनाव में इस इमारत की खामोशी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
आखिर इस खामोशी का कारण क्या है ?
इस खामोशी के कारण को जानने के लिए हमें लगभग 10 साल पीछे जाना पड़ेगा । बात 2014 के विधानसभा के चुनाव की है जब शक्ति रानी शर्मा ने कालका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और तब उनका मुख्यालय यही व्हाइट हाउस हुआ करता था पर किस्मत की बात कहें या कुछ और शक्ति रानी शर्मा तब चुनाव हार गई थी तब भाजपा की लतिका शर्मा यहां से चुनाव जीत गई थी । शक्ति रानी शर्मा और उनके परिवार को लगा कि शायद संतराम शर्मा ने उनका पूरी तरीके से साथ नहीं दिया तभी से मन में कहीं ना कहीं खटास आ गई और उसके बाद से लगातार कई ऐसे मौके आए हैं जब शक्ति रानी शर्मा और उनके परिवार की टीस संतराम शर्मा के प्रति निकलकर बाहर आई है । हालांकि इस मामले पर ना तो संतराम शर्मा कुछ कहना चाहते हैं ना ही शक्ति रानी शर्मा वा उनका परिवार कुछ भी बोलने को तैयार है । व्हाइट हाउस की खामोशी और शांति क्षेत्र में चर्चा का विषय जरूर है ।
नाक रगड़कर मांगी माफी कार्तिक शर्मा ने कालका मंदिर में
सोमवार को कालका विधानसभा में शक्ति रानी शर्मा का प्रचार करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आए थे जिनको सम्मान स्वरूप कालका माता की एक मूर्ति दी गई थी पर जब मूर्ति उनको भेंट की गई तो गलती से उल्टी भेंट कर दी गई । जब यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो गलती का एहसास हुआ और मंगलवार को सुबह-सुबह ही कार्तिक शर्मा ने कालका माता मंदिर जाकर माता से इस बात के लिए क्षमा याचना की और उसके बाद डोर-दूर प्रचार शुरू किया ।
इन घटनाओं के बीच, कालका विधानसभा क्षेत्र में शक्ति रानी शर्मा के चुनावी अभियान पर क्षेत्र के कद्दावर लोगों की निगाहें लगी हुई हैं। इस बार के चुनावों में, न केवल भाजपा के लिए बल्कि सभी राजनीतिक दलों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी छवि को सुधारें और जनता के बीच विश्वास बहाल करें।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि कालका विधानसभा का चुनावी संघर्ष केवल शक्ति रानी शर्मा के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की राजनीतिक पहचान के लिए भी महत्वपूर्ण है। व्हाइट हाउस की खामोशी, कार्तिक शर्मा की माफी, और अन्य घटनाएँ इस बात का संकेत देती हैं कि इस चुनावी सीजन में कुछ भी संभव है। लोगों को यह देखना होगा कि क्या शक्ति रानी शर्मा अपनी राजनीतिक यात्रा में इस बार सफलता हासिल कर पाएंगी या फिर इतिहास दोहराएगा।
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