हरियाणा के पंचकूला में ईंट भट्ठे की दीवार गिरी, 3 मासूमों की दर्दनाक मौत, एक गंभीर रूप से घायल
हरियाणा के पंचकूला जिले के रायपुर रानी इलाके में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जासपुर गांव स्थित एक ईंट भट्ठे की दीवार अचानक गिर गई, जिससे चार बच्चे मलबे में दब गए। इस हादसे में तीन मासूमों की जान चली गई, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
हादसे का मंजर: खेलते-खेलते दब गए बच्चे
यह हादसा बुधवार सुबह करीब 11 बजे हुआ। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से आकर यहां ईंट भट्ठे पर काम करने वाला एक परिवार अपने काम में व्यस्त था, और उनके बच्चे पास ही खेल रहे थे। अचानक से भट्ठे की एक पुरानी दीवार भरभराकर गिर गई और वहां खेल रहे चार बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया।
बड़ी मुश्किल से निकाले गए बच्चे, अस्पताल पहुंचने से पहले ही दो की मौत
परिवार वालों ने आनन-फानन में बच्चों को मलबे से बाहर निकाला और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरे बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में रफिया (6), मोहम्मद साद (5) और जिशान (2) शामिल हैं। घायल बच्चे का इलाज पंचकूला के सिविल अस्पताल में चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पिता की चीखें: ‘हमने बच्चों को बड़ी मुश्किल से निकाला’
मृतक बच्चों के पिता नवाब का कहना है कि बच्चे दीवार के पास खेल रहे थे। “हमने बड़ी मुश्किल से मलबे के नीचे से बच्चों को निकाला, लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था,” नवाब की आंखों में आंसू थे, और उनके शब्दों में दर्द साफ झलक रहा था। इस हादसे में उनके तीन बच्चे चले गए, और एक अन्य परिवार का बच्चा भी इस दुर्घटना का शिकार हो गया।
पुलिस और प्रशासन की जांच: भट्ठों पर मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस मृतकों के परिजनों और ईंट भट्ठा मालिक से पूछताछ कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि दीवार के गिरने का असल कारण क्या था।
यह हादसा भट्ठा उद्योग में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा और उनके बच्चों की देखभाल को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं? प्रशासन और मजदूर संगठनों से अब यह उम्मीद की जा रही है कि इस घटना की जांच के साथ-साथ वे भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!