हरियाली तीज 2024: खुशियों और हरियाली का त्योहार
हरियाली तीज, एक रंगीन और उल्लासपूर्ण त्योहार है जिसे उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 में हरियाली तीज बुधवार, 7 अगस्त को मनाई जाएगी, जो श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को पड़ती है।
हरियाली तीज 2024: तिथि और समय
- उत्सव: हरियाली तीज 2024
- तिथि: बुधवार, 7 अगस्त 2024
- तृतीया तिथि प्रारंभ: 6 अगस्त 2024 को 10:22 AM
- तृतीया तिथि समाप्ति: 7 अगस्त 2024 को 12:35 PM
हरियाली तीज 2024: अनुष्ठान और परंपराएँ
तैयारी और परिधान: हरियाली तीज के दिन महिलाएं नई और हरी रंग की साड़ी या कुर्ता पहनती हैं, जो समृद्धि और विकास का प्रतीक होती है। वे पारंपरिक कंगन पहनती हैं और अपने हाथों पर मेहंदी लगाती हैं, जो त्योहार की खुशी और उत्साह को दर्शाता है।
झूला सजावट: हरियाली तीज का एक प्रमुख आकर्षण है झूलों की सजावट। महिलाएं झूलों को सुंदरता से सजाती हैं और परंपरागत तीज गीत गाते हुए झूलती हैं। झूलना त्योहार की खुशी और उल्लास को प्रतीक रूप में प्रस्तुत करता है।
सिंधारा: हरियाली तीज का एक अनूठा पहलू है सिंधारा। सिंधारा एक विशेष उपहार पैकेज होता है जो शादीशुदा महिला के माता-पिता द्वारा उसे और उसके ससुराल वालों को भेजा जाता है। इस पैकेज में आमतौर पर घर का बना मीठा, घेवर (एक पारंपरिक मिठाई), कंगन, और मेहंदी शामिल होती है। सिंधारा का आदान-प्रदान दुल्हन और उसके परिवार के बीच के बंधन को दर्शाता है और त्योहार के उत्सव को बढ़ाता है।
पूजा और प्रार्थनाएँ: इस दिन महिलाएं देवी पार्वती की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। अनुष्ठान में उपवास और भगवान शिव तथा देवी पार्वती के मंदिरों की यात्रा शामिल होती है। प्रार्थनाओं के साथ पारंपरिक गीत और नृत्य भी होते हैं, जो त्योहार के समारोह का अभिन्न हिस्सा हैं।
हरियाली तीज 2024: महत्व
हरियाली तीज, जिसे सिंधारा तीज, छोटी तीज या श्रावण तीज के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह त्योहार भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन को सम्मानित करता है, जो उत्सव के मुख्य विषय को दर्शाता है। महिलाएं हरियाली तीज को देवी पार्वती के आशीर्वाद के लिए मनाती हैं ताकि उनके वैवाहिक जीवन में सुख और सौहार्द बना रहे।
यह त्योहार श्रावण महीने में आता है, जो भगवान शिव के साथ जुड़ा हुआ है। हरियाली तीज का समय मानसून के मौसम से मेल खाता है, जब प्रकृति हरी-भरी और ताजगी से भरी होती है। हरियाली का प्रतीक होने के कारण हरियाली तीज का महत्व और भी बढ़ जाता है।
अन्य तीज त्योहार
हरियाली तीज, मानसून के महीनों के दौरान मनाए जाने वाले तीन प्रमुख तीज त्योहारों में से एक है, बाकी दो कजरी तीज और हरतालिका तीज हैं। जबकि हरियाली तीज श्रावण महीने में मनाई जाती है, कजरी तीज पंद्रह दिन बाद होती है और हरतालिका तीज भाद्रपद महीने में मनाई जाती है। इन त्योहारों की अपनी विशेष महत्वता और परंपराएँ हैं, जो भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं की समृद्ध विरासत को दर्शाती हैं।
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