पंचकूला पुलिस पर सवालिया निशान: छेड़छाड़ की शिकायत पर कार्रवाई न करने से परेशान युवती ने की आत्महत्या की कोशिश
पंचकूला: सेवा सुरक्षा सहयोग का नारा देने वाली पंचकूला पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। एक युवती ने छेड़छाड़ और धमकियों से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिससे वह गंभीर हालत में अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है, क्योंकि तीन दिन पहले की गई शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायत के बावजूद पुलिस की अनदेखी
पीड़ित परिवार का कहना है कि कुलदीप उर्फ बंटी नामक युवक, जो पहले उनके परिवार के करीब था, ने अचानक उनकी बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया। बंटी ने पीड़िता को ब्लैकमेल करते हुए धमकाया कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगी तो वह उसके आपत्तिजनक फोटो सार्वजनिक कर देगा।
परिवार ने बताया कि एक दिन बंटी ने पीड़िता के घर में घुसकर तोड़फोड़ की और जबरदस्ती करने की कोशिश की। उसी समय युवती ने अपने पति को फोन कर बुलाया, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। घटना के बाद पीड़िता, उसके पति और सास ने सेक्टर 16 की पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आत्महत्या की कोशिश के बाद हरकत में आई पुलिस
शुक्रवार को, शिकायत दर्ज कराने के तीन दिन बाद, युवती ने निराश होकर आत्महत्या की कोशिश की। गंभीर हालत में उसे सेक्टर 6 के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत और बिगड़ने पर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया। जब युवती अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थी, तब पुलिस के अधिकारी बयान लेने पहुंचे, लेकिन वह होश में नहीं थी और बयान नहीं दे पाई।
पुलिस की प्रतिक्रिया
सेक्टर 16 के चौकी इंचार्ज मान सिंह ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनके पास तीन दिन पहले कोई शिकायत नहीं आई थी। उनका कहना था, “हमें अस्पताल से सूचना मिली थी कि एक युवती ने आत्महत्या का प्रयास किया है। पुलिसकर्मी अस्पताल गए, लेकिन युवती के होश में न होने के कारण बयान नहीं लिए जा सके। मामले की जांच की जा रही है और युवती के होश में आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं, चौकी के मुंशी सुरेश कुमार का बयान इससे अलग था। उन्होंने माना कि उन्हें दो दिन पहले शिकायत मिली थी और आरोपी बंटी को फोन भी किया गया था, लेकिन वह चौकी नहीं पहुंचा। युवती की सास भी पुलिस चौकी में काम करती हैं, जिन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी।
परिवार में आक्रोश और डर
पीड़िता के पति ने पुलिस की लापरवाही पर गहरी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो उनकी पत्नी को यह कदम नहीं उठाना पड़ता। परिवार ने पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की अपील की है।
पंचकूला पुलिस की इस लापरवाही ने एक बार फिर सेवा सुरक्षा सहयोग के उनके नारे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस कब और क्या कार्रवाई करती है और क्या पीड़िता को न्याय मिल पाता है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!