कैसे रोके अगर बच्चा देख रहा है पोर्न या अश्लील वीडियो
पोर्न दे रहा है अपराध को अंजाम, नाबालिकों में लगातार बढ़ रही है अश्लील कंटेंट को देखने की लत
आजकल के समय में हर कोई जानता है कि कलयुग चल चुका है। ऐसे समय में अपराध चरम सीमा तक पहुंच चुका है। जहां कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ हुए कांड का गुस्सा अभी तक लोगों में शांत नहीं हुआ था कि वही कई अन्य जगहों से भी दुष्कर्म के मामले सामने आने लगे। इन घटनाओं के सामने आने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इन अपराधों को बढ़ावा कौन दे रहा है?
प्रेरणा ढिंगरा
जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कानून में बलात्कार के लिए सजा का प्रावधान है पर फिर भी कई लोग , चाहे वह नाबालिक ही क्यों ना हो किसी के साथ दुष्कर्म करने से पीछे नहीं हट रहे। अपराधी अपराध कर जा रहे हैं और मासूम लोग सड़कों पर अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। लगातार महिलाओं के साथ यौन शोषण हो रहा है, लोग आवाज उठा रहे हैं पर इन सब के बावजूद भी घिनौनी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। अब कोलकाता केस को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है की पश्चिम बंगाल मे जो लेडी डॉक्टर के साथ हुआ उसका मुख्य आरोपी संजय राय असल में एक पोर्नोग्राफी एडिक्ट है। यानी उसको पोर्न देखना जरूरत से ज्यादा पसंद है। आंकड़ों के अनुसार भी 4 साल में करीब 6000 नाबालिक पोर्न देखकर अपराधी बने। संजय राय के फोन में पोर्न से जुड़ा हुआ कई अजीबो गरीब कंटेंट बरामद हुआ।
सिर्फ पश्चिम बंगाल ही नहीं बल्कि उसके अलावा भी कई सारे मामले पोर्न से संबंधित सामने आए जिसने लोगों को अपराध की राह दिखाई। ज़रा सोचिए पोर्न के बाद लोगों में इस तरीके की लत लग जाती है कि वह सही और गलत भूल जाते हैं। उन्हें पता है किसी का बलात्कार करना या उसके साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाना अपराध है और उन्हें जेल हो सकती है, लेकिन फिर भी उनके दिमाग पर हवस इतनी भारी हो जाती है कि उन्हें रेप करना भी मंजूर होता है।
अश्लील कंटेंट ने दिया बलात्कार को बढ़ावा
कुछ समय पहले एक रेप का मामला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से भी सामने आया था। जिसमें अश्लील वीडियो देख 6 नाबालिक लड़कों ने डरा धमका कर 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। यह दुष्कर्म उस बच्ची के साथ किसी बाहरी ने नहीं बल्कि उसी के परिवार के 6 नाबालिग लड़कों ने किया था। ये नाबालिग लड़के उसके चचेरे भाई और दूसरे करीबी रिश्तेदार हैं और इनकी उम्र उस समय 6 से 13 साल थी। बाद में इनका एक नाबालिग दोस्त भी इसमें शामिल हो गया। पेट दर्द शुरू होने पर बात का खुलासा हुआ। तब उन्हीं के परिवार वालों ने इस बात की जानकारी दी की लड़के फोन में अश्लील वीडियो देखा करते हैं। दरअसल, पोर्न वीडियो देख बलात्कार के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं क्योंकि पोर्न ( सेक्स कंटेंट ) लोगों के दिमाग को कंट्रोल करने लगता है। धीरे-धीरे उनमें सेक्स की तलब जाती है, पहले देखना और फिर उसे करने की उत्तेजना लोगों से अपराध करवा देती है।
अपने बच्चों को पोर्न देखने से कैसे बचाएं?
अब हर एक माता-पिता के मन में सवाल उठा होगा कि अपने बच्चों को पोर्न देखने से कैसे रोके? सोशल मीडिया के जमाने में जहां हर कहीं अश्लील कंटेंट मौजूद है वहा ऐसा क्या करे कि बच्चे इसके संपर्क में ना आए। सबसे पहले तो उनकी उत्तेजना और उनके सवालों को जवाब देकर सुलझाने की कोशिश करें। ज्यादा से ज्यादा बच्चे पोर्न देखने की शुरुआत किसी सवाल को ढूंढते हुए करते हैं यानि एक टीनएज में उनके मन में कई सारे सवाल पैदा होते हैं। खासकर अपोजिट जेंडर को लेकर। ऐसे में उनके सवालों का ठीक तरीके से जवाब दे ताकि वह इंटरनेट पर ऐसे कंटेंट को खोजने की कोशिश ना करें।
सेक्स के बारे में उनसे बात करें और पता करें कि वह इसके बारे में क्या जानते हैं। एक बच्चे को सेक्स के बारे में जानने से नहीं रोका जा सकता और उनका जानना आज के जमाने के हिसाब से जरूरी भी है। उनका दोस्त बनकर उनसे खुल कर बात करें। सही और गलत में फर्क बताने का फर्ज मां बाप अच्छी तरीके से निभा सकते हैं। बच्चों के बीच उम्र से पहले ही अडल्ट कंटेट देखने का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है और इसमें 13 से 17 साल के नाबालिग बच्चे शामिल होते हैं। ज्यादा से ज्यादा बच्चे यह बताते हैं कि वह गलती से पोर्न के संपर्क में आ गए। अब ऐसे मे फिर वही सवाल पैदा होता है की आखिर मोबाइल के जमाने मे बच्चे को सेक्स कंटेंट देखने से कैसे रोके । इसका भी उपाय है ।
मोबाइल मे क्या सेटिंग करे कि बच्चे को सेक्स कंटेंट न देख सके
अब ऐसे में सबसे पहले तो आपको फोन की सेटिंग में जाना होगा, सेटिंग में पहुंचकर आपको प्राइवेट डीएनएस सर्च करना होगा। टैप करने पर आपको प्राइवेट डीएनएस शो करेगा, उस पर फिर टैप करें, इसके बाद ऑटोमैटिक प्राइवेट डीएनएस पर क्लिक करना करे। यहां आपको प्राइवेट डीएनएस क्रिएट करना होगा, जिसके लिए लिखना होगा फैमिली.एडगार्ड-डीएनएस.कॉम और इसे सेव कर ले। इसे सेव करने के बाद आपके फोन में किसी भी तरीके का अश्लील कंटेंट नहीं चलेगा। यह डिजिटल तरीका है पोर्न देखने को रोकने का। पर यह करना उन पर जबरदस्ती रोक लगाने जैसा होगा। यह करने से अच्छा है कि आप अपने बच्चों को बातों से ही समझने की कोशिश करें।
अगर बच्चों में पोर्न देखने की लत है तो उसे कैसे छुड़ाएं?
कई बारी लोगों में पोर्न देखने की लत लग जाती है। यह सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि बड़ों के साथ भी हो सकता है। अब किसी भी लत को एकदम से नहीं छोड़ा जा सकता। धीरे-धीरे ही इसमें बदलाव होता है, पोर्न को बिल्कुल बंद कर देना शुरुआत में मुश्किल होगा। ऐसे में पोर्न देखने के समय को कम करना ही उचित होगा। यानि अश्लील कंटेंट देखे पर उसका समय कम कर दीजिए। इसके साथ ही अपने आप को बिजी रखें। अगर आप पूरी तरीके से फ्री है तो उस समय को भी अपनों के साथ बिताने में व्यतीत करें। एक्सरसाइज करना भी उचित होगा। यदि आपका शरीर थक जाएगा तो सेक्स की उत्तेजना कम हो जाएगी। नई चीज सीखना शुरू करें, अपने आप को एक नई हॉबी दे। ताकि आपका दिमाग उसी तरफ चले। अगर लत फिर भी नहीं दूर हो रही है तो एक्सपर्ट से सलाह ले।
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