इंटरनेट पर पोर्न सर्च कर रहे हैं आज के युवा , आंकड़े चौंकाने वाले
आंकड़ों के अनुसार 30 फ़ीसदी महिलाएं देखी है पोर्न कंटेंट
जॉब से ज्यादा दिलचस्पी युवाओं की पोर्न देखने में, उठाती है भविष्य को लेकर कई सारे सवाल
आजकल इंटरनेट के जमाने में हर चीज ऑनलाइन मिल जाती है। फिर चाहे वह किसी बात की कोई जानकारी ही क्यों ना हो। ऐसे में एक चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जिसने देश के भविष्य पर सवाल उठने शुरू कर दिए। युवा जिनको इंटरनेट का इस्तेमाल नौकरी खोजने के लिए करना चाहिए वही ऑनलाइन पॉर्न सर्च की जा रही है। अब लोगों का कहना है कि देश में महिला के खिलाफ हिंसा का एक यह भी बड़ा कारण है।
प्रेरणा ढिंगरा
कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ जो दुष्कर्म हुआ उसको लेकर हर किसी के मन में आग देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर लोग महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने लगे हैं। ऐसे समय में एक हैरान कर देने वाला आंकड़ा सामने आया है, जहां आजकल की युवा इंटरनेट पर नौकरी से ज्यादा पोर्न खोजती हुई नजर आई। लोगों को मानना है कि ऐसी मानसिकता की वजह से समाज में अश्लीलता बढ़ रही है, जिसकी वजह से महिला सड़कों पर सुरक्षित नहीं है। यहां तक की पोर्न युवाओं का दिमाग किस तरीके से मटका देती है कि अब उन्हें भविष्य की भी चिंता नहीं है। पढ़ लिख कर आगे बढ़ना और नौकरी करने के ख्याल से ज्यादा उनके दिमाग में सेक्स चलता है। साथ ही युवाओं के रोजगार के मुद्दे भी उठाये जा रहे है, कहा जा रहा है कि बेरोजगारी युवाओं के भटकाव की एक बड़ी वजह है। पर आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
नौकरी से ज्यादा पोर्न देखने मैं है युवाओं की रुचि
भारत में 10 अगस्त से 20 अगस्त के बीच गुगल सर्च में पॉर्न को सर्च करने का एवरेज इन्ट्रट 90.8 प्रतिशत है जबकि 17.4 प्रतिशत भारत के युवा ने जॉब को सर्च किया है। आंकड़ों के मुताबिक 30.3 प्रतिशत ने पश्चिम बंगाल को सर्च किया और पश्चिम बंगाल में ही महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया। हद तो तब पार हो गई जब मृत महिला डॉक्टर का नाम लिखकर उसके रेप का वीडियो इंटरनेट पर खोजे जाने के आंकड़े भी दिखाई दिए। कुछ लोग तो पीड़ित महिला की तस्वीर और उसका नाम लिखकर वीडियो को सर्च करने में लगे हुए हैं। पिछले 6 महीने में गुगल पर पॉर्न सर्च करने का एवरेज इंटरेस्ट 84.1 प्रतिशत रहा और 16.6 ने जॉब सर्च का रहा।
भारत सरकार ने पॉर्न से जुड़ी 857 वेबसाइट को बैन किया हुआ है, लेकिन तब भी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करने वाले लगभग 90 प्रतिशत लोग अपने मोबाइल फोन पर पॉर्न वीडियो देख लेते है। अमेरिका और ब्रिटेन के बाद सबसे ज्यादा भारत में पॉर्न वीडियो को देखा जा रहा है। सेक्स को लेकर लोगों में इतनी उत्तेजना है कि उसे अब रोकना मुश्किल हो गया है। पोर्न वेबसाइट पर रेप की वीडियो भी सर्च की जा रही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यही सब देखने की वजह से होता है लड़कियों के साथ बलात्कार?
पोर्न है एक लत
जैसे किसी इंसान को दारू की लत होती है, तो किसी को जुए की, वैसे ही किसी व्यक्ति को पोर्न देखने की भी लत होती है। ऐसे लोग अक्सर अपना काम छोड़कर पोर्न देखने लगते हैं। उनका ध्यान कहीं नहीं लगता और हमेशा खोए खोए रहते हैं। भारत में ऐसे कंटेंट को देखने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ये चौंकाने वाली और परेशान भी करने वाली बात है कि भारत दुनिया का ऐसा तीसरा बड़ा देश है, जहां पॉर्न कटेंट को सबसे ज्यादा देखा जा रहा है।
यहां तक की महिलाएं भी इस अश्लील कंटेंट को देखने में अपनी रुचि दिखाने लगी है। एक डेटा के मुताबिक भारत में करीब 30 फीसदी महिलाएं पॉर्न कंटेंट को देखती हैं। एक आंकड़े के अनुसार 35% पॉर्न कंटेंट 25 साल से लेकर 34 साल के एज ग्रुप के लोग देखते हैं। इसके अलावा 18 से 24 साल के युवाओं की हिस्सेदारी 24% है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर महिलाए क्यों देखती है पोर्न?
महिलाओं को क्यों पसंद है पोर्न देखना?
मनोविज्ञान के विशेषज्ञों की एक हालिया स्टडी में पाया गया कि ज़्यादा पॉर्न देखने से सेक्स संबंधी आनंद लेने की क्षमता बढ़ती है और प्रक्रिया आसान हो जाती है। सेक्स करना पुरुषों और महिलाओं दोनों को ही पसंद होता है। अब महिलाएं मानती है कि पोर्न देखने से सेक्स लाइफ अच्छी होती है, यहां तक कि पुरुषों की पसंद और नापसंद को अच्छे तरीके से समझा जा सकता है। ईमिंग कहती हैं कि रोमांस या बच्चे पैदा करने के मकसद से ही नहीं, महिलाएं सिर्फ आनंद के लिए भी सेक्स करना चाहती हैं पर यह बात पुरुष प्रधान समाज को सही तरीके से समझ में नहीं आती। इसलिए अपने आनंद और सुख को प्राप्त करने के लिए महिलाओं में पोर्न का चलन बढ़ता ही जा रहा है।
जानिए पोर्न देखने के साइड इफैक्ट्स
ज्यादा अश्लील कंटेंट देखना दिमाग को भटका सकता है और मन में तरह-तरह के गंदे ख्याल ला सकता है। यह एक तरीके की लत है जिसकी वजह से समाज में अपराध बढ़ता ही जा रहा है। यहां तक की लोग अपने भविष्य पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। हर किसी के मन में खासकर कि युवाओं में सेक्स देख रहे या करने की उत्तेजना बढ़ती ही जा रही है। यह बात सच है कि जब कोई व्यक्ति किसी चीज को देखा है तो उनको पाने की कोशिश में लगा रहता है। ऐसा ही कुछ पोर्न देखने वाले व्यक्तियों के साथ भी होता है। इसी कारण उनके मन में लड़कियों को लेकर गंदे ख्याल आते हैं। पोर्न देखने के कई सारे साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जैसे-
• समाज पर है खतरा – नियमित रूप से पोर्न देखने से दिमाग में ऐसी धारणा पैदा हो जाती है कि यही सबसे अच्छी चीज है। ऐसे में सोच किसी दूसरी चीज पर ध्यान नहीं दे पाती और ना ही भविष्य के बारे में सोच पाती। एक व्यक्ति जॉब या पढ़ाई को छोड़कर अपने तन की भूख मिटाने में लगा रहता है। यहां तक की स्त्री पर गलत नजर भी डालने लगता है।
• रेप को देता है बढ़ावा – जब कोई भी इंसान किसी चीज को देखता है तो उसको पाने की इच्छा उसके मन में जागती है। कई रिसर्च तक में यह बात सामने आई है कि लोग पोर्न वेबसाइट पर भी रेप की वीडियो देखने में लगे हुए हैं। पोर्न से आक्रामक यौन हिंसा करने की प्रवृति बढ़ जाती है। ऐसे लोग बलात्कार जैसे दुराचारी हिंसा में लिप्त हो सकते हैं।
• इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की बीमारी – कई डॉक्टर ने यह भी माना है कि पोर्न की लत पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की आशंका को बढ़ाती है। इससे इरेक्शन प्रभावित होता है। यह अक्सर सेक्स लाइफ को तबाह भी कर सकता है। कई स्टडीज में ये बात पहले भी साबित हो चुकी है।
• असल जीवन में आने लगती है मुसीबतें – एक रिपोर्ट के मुताबिक, पोर्नोग्राफी की लत में पड़े लोगों के जीवन में फाइनेंशियल, रिलेशनशिप और रोजगार से जुड़ी परेशानियां ज्यादा रहती हैं। एक्सपोर्ट्स का कहना है कि हमारा नर्व सिस्टम डोपामाइन नाम का एक न्यूरोट्रांसमीटर प्रोड्यूस करता है। यह हमारे दिमाग के आशावादी व्यवहार का प्रमुख घटक है। पोर्न देखने वाले का उदासीन हो जाते हैं और पार्टनर के साथ कम सेक्स करने लगते हैं। जिसकी वजह से उनके रिलेशनशिप और पर्सनल लाइफ पर असर देखने को मिलता है।
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