1 अक्टूबर के पहले भी हो सकते हैं हरियाणा विधानसभा के चुनाव
हरियाणा चुनाव की तारीख बढ़ाई जाएगी या नहीं, आज होगा फैसला
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आज चुनाव आयोग एक अहम फैसला लेने जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग से 1 अक्टूबर को होने वाले चुनाव की तारीख बदलने की मांग की थी। इन दलों का तर्क है कि चुनाव से तीन दिन पहले और एक दिन बाद छुट्टियां हैं, जिसके कारण लोग छुट्टियों पर जाने का प्लान बना सकते हैं और इससे मतदान प्रतिशत में गिरावट हो सकती है।
भाजपा और इनेलो की मांग
भाजपा और इनेलो ने चुनाव आयोग के समक्ष यह चिंता जताई थी कि 29 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच कई छुट्टियां पड़ रही हैं। इन दलों का मानना है कि इस दौरान लोग छुट्टियों पर निकल सकते हैं, जिससे चुनाव में मतदान प्रतिशत कम हो सकता है। इसीलिए उन्होंने चुनाव की तारीख बदलने का अनुरोध किया था।
कांग्रेस का पलटवार
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा की इस मांग पर तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा है कि जनता भाजपा की “छुट्टी” करने वाली है, इसीलिए उन्हें चुनाव की तारीख आगे बढ़ानी पड़ रही है। कांग्रेस के अनुसार, भाजपा को अब अपनी हार का डर सता रहा है, इसीलिए वे चुनाव आयोग पर दबाव बना रहे हैं।
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर के दूसरे चरण के चुनाव की तारीख 25 सितंबर है और इस दिन भी हरियाणा के चुनाव कराए जा सकते हैं अगर ऐसा होता है तो मतगणना की तारीख में कोई परिवर्तन नहीं होगा । अगर 25 सितंबर को हरियाणा में चुनाव होते हैं तो नेताओं को चुनाव प्रचार करने के लिए वक्त कम मिलेगा । पर अभी यह सिर्फ क्या से अंतिम फैसला आज चुनाव आयोग की होने वाली बैठक में होगा और तभी पता चलेगा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलेगी और बदलेगी तो क्या चुनाव 1 अक्टूबर के पहले होंगे या फिर 1 अक्टूबर के बाद !
चुनाव आयोग का निर्णय
इस मामले पर दो दिन पहले चुनाव आयोग में चर्चा हुई थी, लेकिन कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। हालांकि, आज संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग यह फैसला ले सकता है कि चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर रहेगी या इसे कुछ दिन आगे बढ़ाया जाएगा।
अब सभी की निगाहें चुनाव आयोग के फैसले पर टिकी हुई हैं, जो तय करेगा कि हरियाणा में चुनाव कब होंगे।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!