बजा चुनावी बिगुल, नेता लगे टिकट पाने की जुगत में
हरियाणा की राजनीति में हॉट सीटों में शुमार तोशाम विधानसभा में भी सियासी हलचल हुई तेज
तोशाम, दीपक माहेश्वरी: विधानसभा चुनावों की घोषणा होते ही प्रदेश में राजनैतिक चर्चाएं भी जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल का गढ़ तथा हरियाणा की राजनीति में हॉट सीटों में शुमार तोशाम विधानसभा में भी सियासी हलचल तेज हो गई है। ऐसे में राजनेता वर्तमान दौर में टिकट की कशमकश में लगे हुए हैं। प्रत्येक पार्टी के नेताओं में टिकट पाने की होड सी लगी हुई है, और यह राजनेता अपनी पार्टी के आकाओं के सामने हाजिरी लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं आमजन में भी चुनावों को लेकर राजनैतिक चर्चाएं जारी हैं तो प्रशासनिक अमला-जमला भी चुनावों को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने की तैयारियों में जुट गया है।
सर्वप्रथम तोशाम विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बनने वाले टिकटार्थियों की बात करें तो कुछ दिनों पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू और निवर्तमान विधायिका किरण चौधरी की टिकट यहां से लगभग तय मानी जा रही थी लेकिन हाल ही में वह भाजपा से राज्यसभा सांसद बनी हैं। जिससे भाजपा के अन्य टिकटार्थियों की उम्मीद एक बार फिर यहां से टिकट मिलने की बन गई है ऐसे में यदि किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम विधानसभा से भाजपा की टिकट दिलवाने में कामयाब होती हैं तो भाजपा के अन्य टिकटार्थियों को एक बार फिर निराशा हाथ लगेगी। लेकिन राजनैतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि श्रुति चौधरी भिवानी से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ेंगी तो ऐसी परिस्थिति में भाजपा के अन्य टिकटार्थियों के लिए मौका बन सकता है। तब भाजपा नेता अनिल शर्मा, रविन्द्र बापोड़ा आदि को टिकट मिलने की संभावना बनती है। यदि भाजपा नेता अनिल शर्मा की बात करें तो अनिल शर्मा पिछले कुछ समय में तोशाम विधानसभा में अपनी अलग पहचान बना गए हैं। गत एक मार्च को तोशाम की नई अनाज मंडी में नायब सिंह सैनी के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर अनिल शर्मा ने उनका अभिनंदन समारोह आयोजित किया था। यह अभिनंदन समारोह भीड़ के लिहाज से ऐतिहासिक साबित हुआ था जिससे अनिल शर्मा हल्के के लोगों में पूरी तरह से अपनी पहचान बना गए थे और हल्के में भाजपा के बड़े नेता के रूप में उभरे थे। इसके बाद भी अनिल शर्मा ने पसीना बहाना नहीं छोड़ा और हल्के के गांव-गांव ही नहीं बल्कि प्रत्येक दरवाजे पर जाकर हल्के के सभी गांव की गलियों को नाप डाला, और अनिल शर्मा पार्टी के लिए कार्य करते हुए आमजन से लेकर पार्टी हाईकमान तक सबकी नजरों में छा गए। जिससे राजनैतिक पंडितों के अनुसार भाजपा में टिकटार्थियों की लाईन में अनिल शर्मा सबसे आगे नजर आने लगे। वहीं पिछले करीबन 20 वर्षों से भाजपा से जुड़े रविंद्र बापोड़ा ने भी हाल ही में अपने गांव बापोड़ा में पंचायत आयोजित कर गांव के लोगों को एकसूत्र में बांधकर अपनी ताकत दिखाई है। इस प्रकार रविंद्र बापोड़ा भी भाजपा से टिकट की अपनी प्रबल दावेदारी ठोक रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो वहां टिकटार्थियों की लंबी लाईन लगी हुई है और करीबन 2 दर्जन से अधिक करीबन 28 कांग्रेस नेता कांग्रेस पार्टी से तोशाम विधानसभा की टिकट लेने की लाईन में खड़े हैं। जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल के इकलौते पौते तथा कांग्रेस नेता रणबीर सिंह महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी अपनी प्रबल दावेदारी ठोक रहे हैं और तोशाम विधानसभा में पिछले काफी समय से लोगों के बीच में आवागमन बनाए हुए हैं। वहीं भाजपा नेता एवं सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह के भाई राजबीर सिंह लाला ने भी कांग्रेस पार्टी में टिकट के लिए आवेदन करके सबको चौंकाने का काम किया है, और राजबीर लाला भी कांग्रेस की टिकट पाने की लाईन में प्रबल दावेदारों में से एक हैं। इसी कड़ी में पूर्व आईएएस अधिकारी युद्धवीर सिंह ख्यालिया के पुत्र संजीत ख्यालिया भी पिछले काफी समय से लोगों के बीच जाकर अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं और उन्होंने भी हल्के की गली-गली को डोर टू डोर करके नाप डाला है। संजीत ख्यालिया भी तोशाम विधानसभा से कांग्रेस की टिकट पाने की कशमकश में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में अन्य पार्टियों के नेता भी अपनी-अपनी पार्टी की टिकट पाने की जुगत में लगे हुए हैं। इस तरह हॉट सीट तोशाम का आगामी विधानसभा चुनाव में रोचक मुकाबला होने की संभावना है। यहां से निरंतर 4 बार विधायक रह चुकी किरण चौधरी के भाजपा में जाने के पश्चात इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी का पलड़ा कहीं अधिक भारी नजर आता है और पिछले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने तोशाम विधानसभा से करीबन 8 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी जिसके चलते इस सीट पर यदि भाजपा एकजुट होकर चुनाव लड़ती है तो अबकी बार पहली दफा कमल खिल सकता है। वहीं भाजपा विरोधी लहर का फायदा यहां कांग्रेस पार्टी को होता नजर आ रहा है ऐसे में कांग्रेस पार्टी को भी इस सीट पर कम नहीं आंका जा सकता। जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा तथा कांग्रेस के बीच तोशाम सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। लेकिन वर्तमान में देखना यह होगा कि किस पार्टी से किस प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा जाता है, उसके बाद ही जीत के समीकरण पूरी तरह से तय हो पाएंगे।
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