खतरनाक नाभा जेल ब्रेक का मास्टरमाइंड रोमी भारत लाया गया, ISI-KLF से जुड़े होने के आरोप
हांगकांग से लाकर पंजाब पुलिस ने दबोचा, सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी सफलता
पंजाब पुलिस ने 2016 के कुख्यात नाभा जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह रोमी को हांगकांग से प्रत्यर्पण कराकर भारत लाने में कामयाबी हासिल की है। रोमी को ISI और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) से जुड़े आतंकी समूहों के साथ संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा के बीच उसे पंजाब लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।
हांगकांग में छिपा था मास्टरमाइंड, भारत ने 6 साल की कानूनी लड़ाई जीती
2018 में हांगकांग में गिरफ्तार किए गए रोमी को प्रत्यर्पण के जरिए वापस लाने के लिए भारत सरकार और पंजाब पुलिस ने छह साल की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। भारत ने हांगकांग के न्यायालय में पुख्ता सबूत पेश किए, जिससे उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित हुई। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस प्रत्यर्पण को अंतरराष्ट्रीय सहयोग का नतीजा बताया और कहा कि यह विदेश में छिपे अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है।
नाभा जेल ब्रेक: आतंकियों और गैंगस्टर्स के लिए बना था रास्ता
27 नवंबर 2016 को पटियाला की नाभा जेल से 6 कुख्यात कैदी फरार हुए थे। इनमें खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटू और आतंकवादी कश्मीर सिंह के साथ चार कुख्यात गैंगस्टर्स शामिल थे। इस घटना के बाद से ही रोमी फरार था और हांगकांग में छिपा हुआ था। पंजाब पुलिस का दावा है कि रोमी ने इस जेल ब्रेक की पूरी साजिश हांगकांग से रची थी और अपराधियों को भागने के लिए वित्तीय मदद भी दी थी।
आगे की जांच जारी, सुरक्षा एजेंसियों की नजरें अन्य फरार अपराधियों पर
रोमी के भारत आने के बाद उससे जेल ब्रेक से जुड़े अन्य फरार अपराधियों के बारे में पूछताछ की जाएगी। पंजाब पुलिस का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से इस घटना से जुड़े कई राज खुल सकते हैं।
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