विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास: “कुश्ती जीत गई, मैं हार गई”
भारतीय कुश्ती के सितारे विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफिकेशन के बाद अपनी कुश्ती यात्रा को अलविदा कह दिया है। 7 अगस्त को विनेश की डाइट कैटेगरी 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम ज्यादा पाई गई, जिसके चलते उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती से बाहर कर दिया गया।
संन्यास की घोषणा: विनेश ने गुरुवार सुबह X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “माँ कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी, माफी।”
हरियाणा सरकार का सम्मान: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि विनेश को ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट की तरह सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “विनेश ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल में पहुंचीं। राज्य सरकार उन्हें मेडलिस्ट की तरह सम्मानित करेगी।”
डिसक्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील: विनेश ने डिसक्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील की है, जिसमें उन्होंने सिल्वर मेडल की मांग की है। उनका वजन ओलिंपिक के नियमों से कुछ ग्राम ज्यादा पाया गया था, जिसके कारण उन्हें अयोग्य ठहराया गया।
कोच और डॉक्टरों की रिपोर्ट: डॉक्टर दिनशॉ पौडीवाला ने बताया कि विनेश ने रातभर वजन घटाने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बावजूद, भारतीय दल ने अधिक समय देने की मांग की थी, जिसे ठुकरा दिया गया।
ओलिंपिक के फाइनल में जगह: विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, फाइनल मुकाबला अमेरिका की सारा एन हिल्डरब्रांट ने जीता।
विनेश फोगाट का संन्यास भारतीय कुश्ती की दुनिया में एक बड़ा झटका है, लेकिन उनकी उपलब्धियों और संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा।
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