मनु भाकर ने रचा इतिहास: एक ओलंपिक में 2 पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं
भारत की युवा शूटिंग स्टार मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने अद्भुत प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ ही मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई हैं।
शानदार प्रदर्शन से दिलाई जीत: मनु भाकर और उनके शूटिंग पार्टनर सरबजोत सिंह ने कोरिया की जोड़ी वोनहो ली और जिन ये ओह को 16-10 के स्कोर से हराकर यह सफलता हासिल की। इससे पहले मनु ने महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में भी कांस्य पदक जीता था, जिससे ओलंपिक में शूटिंग में भारत का 12 साल का सूखा खत्म हुआ।
मुकाबले का रोमांचक घटनाक्रम: भारत की शुरुआत थोड़ी डगमगाई हुई थी क्योंकि कोरिया ने पहला राउंड 20.5 से 18.8 के स्कोर से जीता। हालांकि, भारतीय जोड़ी ने दूसरे राउंड में वापसी की, जहां मनु ने 10.7 और सरबजोत ने 10.5 का स्कोर किया, जबकि कोरिया केवल 19.9 का स्कोर कर सका। इसके बाद भी भारतीय जोड़ी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 6-2 की बढ़त बनाई और अंत में 16-10 के स्कोर से जीत हासिल की। मनु और सरबजोत ने निर्णायक राउंड में अपने लक्ष्य साधते हुए 19.6 का स्कोर किया और पदक अपने नाम कर लिया।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस ऐतिहासिक जीत पर मनु और सरबजोत को बधाई दी और ट्वीट करते हुए कहा, “हमारे शूटरों ने हमें फिर से गर्वित किया है! मनु भाकर और सरबजोत सिंह को 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम इवेंट में कांस्य पदक जीतने पर बधाई। दोनों ने बेहतरीन कौशल और टीम वर्क का प्रदर्शन किया है। भारत गर्वित है।” इसके साथ ही, विभिन्न खेल हस्तियों और राजनेताओं ने भी मनु और सरबजोत की इस उपलब्धि की सराहना की।
मनु भाकर का करियर: मनु भाकर, जो हरियाणा के झज्जर जिले से हैं, ने 15 साल की उम्र में 2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 2018 में ISSF वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीतकर सबको चौंका दिया। मनु ने तब से लेकर अब तक कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते हैं, जिनमें 2018 युवा ओलंपिक, 2019 ISSF वर्ल्ड कप, और 2021 ISSF वर्ल्ड कप शामिल हैं।
मनु भाकर की इस अद्भुत सफलता ने भारतीय खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है और युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। आने वाले दिनों में मनु 25 मीटर पिस्टल इवेंट में भी पदक की दावेदार मानी जा रही हैं। उनके इस प्रदर्शन ने देशवासियों के बीच उम्मीदें बढ़ा दी हैं और सभी को उनसे और भी अधिक सफलता की अपेक्षा है।
कैसे घटा सारा घटनाक्रम?: भारत की शुरुआत थोड़ी डगमगाई हुई थी क्योंकि कोरिया ने पहला राउंड 20.5 से 18.8 के स्कोर से जीता। हालांकि, भारतीय जोड़ी ने दूसरे राउंड में वापसी की, जहां मनु ने 10.7 और सरबजोत ने 10.5 का स्कोर किया, जबकि कोरिया केवल 19.9 का स्कोर कर सका।
तीसरा राउंड भी भारत के पक्ष में गया, जहां मनु और सरबजोत ने दोनों ने 10.4 का स्कोर किया जबकि कोरिया केवल 19.8 का स्कोर कर सका। इसके बाद भारत ने 6-2 की बढ़त बना ली। मनु के पहले 4 शॉट्स 10 से ऊपर थे, जबकि सरबजोत ने 9.6 का स्कोर किया। लेकिन मनु ने 10.5 का स्कोर कर एक और राउंड भारत के नाम कर लिया, जबकि कोरिया केवल 19.5 का स्कोर कर सका।
कोरिया ने एक राउंड वापस जीत लिया, लेकिन भारत ने तेजी से बढ़त बनाते हुए 10-4 का स्कोर कर लिया। मनु के एक खराब शॉट के कारण कोरिया ने एक और राउंड जीत लिया। बढ़त फिर 12-6 हो गई और भारत दूसरे पदक के करीब पहुंच गया।
भारत को सिर्फ एक और सीरीज जीतने की जरूरत थी, लेकिन कोरिया ने मुकाबले को दिलचस्प बनाते हुए अगले राउंड में बढ़त को 14-8 कर दिया। कोरिया ने अगले सीरीज में 0.2 के अंतर से जीत हासिल कर प्रतियोगिता को रोमांचक बना दिया। अंततः मनु और सरबजोत ने 19.6 का स्कोर कर पदक अपने नाम कर लिया।
इसके साथ ही, मनु नॉर्मन प्रिचार्ड के बाद एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बनीं। प्रिचार्ड ने 1900 में दो पदक जीते थे। मनु अब 25 मीटर पिस्टल इवेंट में एक और पदक की उम्मीद के साथ उतरेंगी।
मनु भाकर की इस शानदार जीत ने न केवल भारत को गर्वित किया है, बल्कि उन्होंने यह भी साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी यह सफलता भारतीय खेल जगत के लिए एक मील का पत्थर है।
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