बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू का ऐलान, इंटरनेट-न्यूज चैनल्स पर पाबंदी, अब तक 105 लोगों की मौत
बांग्लादेश में हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं, जिसके चलते सरकार ने राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की है। बांग्लादेश की सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के महासचिव ओबैदुल कादर ने यह कदम उठाया है। कर्फ्यू के साथ-साथ सरकार ने इंटरनेट और न्यूज चैनल्स पर भी पाबंदी लगा दी है।
हिंसा का कारण : बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। छात्रों ने जेलों और सरकारी इमारतों पर हमले किए हैं, जिससे स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मौजूदा आरक्षण प्रणाली में सुधार की जरूरत है, जिससे उन्हें बेहतर अवसर मिल सकें।
कर्फ्यू और पाबंदियाँ ; कर्फ्यू लागू करने के साथ ही, बांग्लादेश सरकार ने इंटरनेट और न्यूज चैनल्स पर पाबंदी लगा दी है। इस कदम से जानकारी का प्रवाह बाधित हो गया है और स्थिति की सही तस्वीर लोगों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। कर्फ्यू का उद्देश्य हिंसा और अशांति को नियंत्रित करना है।
मौतों की संख्या : अब तक हिंसा में 105 लोगों की मौत हो चुकी है। इस आंकड़े में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है। बांग्लादेश सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया है और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
सरकार ने कर्फ्यू और पाबंदियों की घोषणा करते हुए कहा है कि यह कदम शांति और सुरक्षा को बहाल करने के लिए उठाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि वे हिंसा के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे और स्थिति को जल्दी से जल्दी सामान्य बनाने की कोशिश करेंगे।
बांग्लादेश में चल रही हिंसा और अशांति ने देश को गंभीर स्थिति में डाल दिया है। राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू और इंटरनेट-न्यूज चैनल्स पर पाबंदी के बावजूद, हिंसा की घटनाएं जारी हैं। सरकार के इस कदम से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मौजूदा हालात ने बांग्लादेश के लिए एक कठिन चुनौती पेश की है।
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