बारिश के मौसम में बीमारियों से कैसे बचें : सावधान रहें! मानसून के दौरान ये बीमारियां बन सकती हैं जानलेवा
चिलचिलाती गर्मी के बाद बरसात की ठंडी बयार से राहत मिलती है, लेकिन इस मौसम में बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की दस्तक के साथ ही कई खतरनाक बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है, जिनमें डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, और वायरल फीवर प्रमुख हैं। आइए जानते हैं इन बीमारियों के लक्षण, उनके कारण और उनसे बचाव के तरीके।
बीमारियों का कारण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, बरसात के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ने से बैक्टीरिया और वायरस को पनपने का अनुकूल वातावरण मिल जाता है। बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण वे जल्दी इनकी चपेट में आ जाते हैं।
बारिश में बढ़ने वाली बीमारियां
- डायरिया और टाइफाइड: खराब खाने-पीने से होते हैं, जिनमें उल्टी-दस्त की समस्या होती है।
- वायरल फीवर: कुछ बैक्टीरिया वायरल फीवर का कारण बनते हैं।
- डेंगू और मलेरिया: ये बीमारियां मच्छरों के काटने से फैलती हैं। जमा पानी में मच्छर पनपते हैं और इनके काटने से ये बीमारियां होती हैं।
बीमारियों के सामान्य लक्षण
- तेज बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- सांस लेने में समस्या
- उल्टी और दस्त
बचाव के उपाय
- मच्छरों का प्रकोप रोकें: घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
- स्वच्छ भोजन करें: बाहर का खाना न खाएं, साफ और उबला पानी पिएं।
- स्वच्छता बनाए रखें: नियमित रूप से हाथ धोएं और घर की सफाई पर ध्यान दें।
- इम्यूनिटी मजबूत करें: संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लें।
किन लोगों को अधिक खतरा
कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, जैसे बच्चे और बुजुर्ग, इस मौसम में बीमारियों की चपेट में जल्दी आते हैं। इन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
इस मौसम में सतर्क रहकर और इन सुझावों का पालन करके आप और आपका परिवार बारिश वाली बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं।
नोट: यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
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