रथयात्रा के दौरान गिरी भगवान बलभद्र की मूर्ति, नौ सेवक घायल
पुरी जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र की प्रतिमा गिरने से कम से कम नौ सेवक घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब प्रतिमा को रथ से निकालकर मंदिर में ले जाया जा रहा था।
पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने बताया कि घायलों में से पांच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि चार अन्य को मामूली चोटें आई हैं।
यह घटना ‘पहनडी’ अनुष्ठान के दौरान हुई, जब भारी लकड़ी की प्रतिमा को भगवान बलभद्र के रथ से उतारकर गुंडीचा मंदिर में ले जाया जा रहा था। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रतिमा को उठाने वाले सेवकों का संतुलन बिगड़ गया था।
एक घायल सेवक ने बताया कि प्रतिमा को बांधने वाले रस्सीनुमा सामग्री में कुछ समस्या के कारण यह घटना हुई।
अस्पताल में भर्ती दो सेवकों को बाद में छुट्टी दे दी गई और उन्होंने पुनः अनुष्ठान में भाग लिया।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की और घायल सेवकों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन को तुरंत पुरी जाने और उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा भी पुरी पहुंचीं और हरिचंदन के साथ मिलकर अस्पताल में घायल सेवकों से मुलाकात की।
हरिचंदन ने कहा, “भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी घायल सेवक ठीक हैं और अनुष्ठान भी सुचारू रूप से चल रहा है। हम मुख्यमंत्री को आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट करेंगे।”
दुर्घटना के बाद भी अनुष्ठान जारी रहा और सभी देवताओं की प्रतिमाओं को गुंडीचा मंदिर में स्थापित किया गया। वे वहां ‘बहुदा यात्रा’ तक रहेंगे, जो 15 जुलाई को होगी, जब देवता पुनः जगन्नाथ मंदिर लौटेंगे।
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