जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकी की गतिविधियां, NIA ने रखा 10 लाख रुपए का ईनाम
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में शनिवार से मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में अब तक 8 आतंकी मारे गए हैं और भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं। इसमें से एक जवान सेना का पैरा कमांडो था। वहीं राजौरी में भी सेना के एक कैंप पर आधे घंटे तक गोलीबारी की खबर आ रही है। अब यह देखने में आ रहा है कि जम्मू कश्मीर में जून से आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। कभी यह जम्मू संभाग में सक्रिय हो रही हैं तो कभी कश्मीर में सक्रिय हो रही हैं।
भारतीय खुफिया इकाइयों की माने तो जम्मू कश्मीर में अचानक बढ़ी आतंकी सक्रियता में पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षित आतंकी साजिद सफीउल्लाह जट्ट का हाथ है। यह आतंकी पाकिस्तान पंजाब क्षेत्र के कसूर जिले में स्थित संगामंगा गांव का रहने वाला है। यह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बैठकर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी नेटवर्क को चला रहा है।
पत्नी को भी आता है आतंक का मजा
सबसे खास बात यह है कि इस पाकिस्तानी आतंकी की पत्नी भारतीय मूल की है। वह साजिद सफीउल्लाह जट्ट के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती है। आतंकी गतिविधियों में भी वह पूरी सक्रियता के साथ हिस्सा लेती है। पहले ये दोनों पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में से काम कर रहे थे लेकिन अब यह दोनों लश्कर के लिए भारत में आतंकी भर्ती का काम देखते हैं।
NIA की टॉप लिस्ट में है साजिद
लश्कर आतंकी साजिद सफीउल्लाह जट्ट NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है। यह लश्कर के लिए पैसे एकत्र करने का काम भी देखता है और ऑपरेशन कमांडर भी है। इसके कारण ही NIA ने इस पर 10 लाख रुपए का ईनाम भी घोषित कर रखा है। कश्मीर में कासिम नाम का व्यक्ति इसका पूरा ऑपरेशन संभालता है। जम्मू कश्मीर में हुए कई हमलों में इस आतंकी का हाथ है।
रियासी आतंकी हमले का भी मास्टरमाइंड
श्री माता वैष्णों देवी के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर रियासी में हुए हमले में इसी आतंकी का हाथ माना जा रहा है। इसमें एक बस पर आतंकियों ने गोलियां बरसाई थी। इससे 9 लोगों की मौत हो गई थी। इतना ही नहीं इसके बाद एक दूसरे गांव में घुसकर आतंकियों ने गोलियां चलाई थी। इसमें मुठभेड़ हुई तो गांव का एक व्यक्ति मारा गया व सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। आतंकी को भी सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।
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