बाते गुजरे जमाने की : बड़ी दिलचस्प कहानी शाहरुख की डेब्यू फिल्म दीवाना की
शाहरुख की दीवाना फिल्म की रिलीज़ के वक्त क्या हुआ था, ये कहानी बड़ी दिलचस्प है । ये कहानी आप इसके प्रोड्यूसर गुड्डू धनोओ के नज़रिए से जानेंगे। गुड्डू धनोआ ने एक इंटरव्यू में ये सारी बातें कही थी। आज दीवाना फिल्म को रिलीज़ हुए 32 साल हो गए हैं।शाहरुख की डेब्यू फिल्म थी दीवाना। चलिए कहानी शुरू करते हैं। गुड्डू धनोआ के नज़रिए से।
“फिल्म रिलीज़ होने के बाद मैं बादल, बिजली और बरखा थिएटर्स में गया था।(ये तीनों थिएटर्स मुंबई की अलग-अलग जगहों पर हैं।) जैसे ही ‘ऐसी दीवानगी’ गाना आया, फिल्म देखने आए दर्शक झूमने लगे। स्क्रीन की तरफ चार आने के सिक्के की बरसात होने लगी। सिक्कों के गिरने की आवाज़ किसी मधुर संगीत जैसी लग रही थी। मेरी आंखों में आंसू आ गए जब मैंने कुछ दर्शकों को कुर्सी पर चढ़कर नाचते हुए देखा। वो गाना दर्शकों को भी दीवाना बना रहा था।”
गुड्डू धनोआ समय में और थोड़ा पीछे पहुंचते हैं। वो उस दिन को याद करते हैं जब उन्होंने पहली दफा शाहरुख को देखा था। गुड्डू कहते हैं,”दिल्ली के कनॉट प्लेस पर स्थित द होस्ट नाम के एक बहुत बढ़िया से रेस्टोरेंट में शाहरुख और मेरी मुलाकात तय हुई थी। मेरे साथ मेरे डायरेक्टर राज कंवर भी थे। जैसे ही शाहरुख रेस्टोरेंट के अंदर आए, रेस्टोरेंट में बैठे दूसरे कस्टमर्स उन्हें देखकर आपस में उनके बारे में बात करने लगे। कुछ पल के लिए धीमी आवाज़ में शाहरुख खान का ही नाम गूंजता रहा। क्योंकि उस वक्त तक शाहरुख खान फौजी व सर्कस टीवी शोज़ के ज़रिए मशहूर हो चुके थे। गेट में घुसकर शाहरुख चारों तरफ नज़रें घुमाने लगे। उन्होंने हमें कभी देखा नहीं था। मैंने हाथ हिलाकर शाहरुख को हमारी तरफ आने का इशारा किया। मुझे देखकर वो मुस्कुराए और हमारी तरफ आ गए।”
“शाहरुख मेरे सामने वाली चेयर पर बैठ गए। मैंने उन्हें बताया कि मैं उन्हें अपनी फिल्म दीवाना में साइन करना चाहता हूं। लेकिन शाहरुख ने जवाब दिया कि उनके पास डेट्स नहीं हैं। मैं हैरान हो गया। मुझे तो ये पता था कि शाहरुख के पास एक भी फिल्म फिलहाल नहीं है। मैंने शाहरुख से पूछा कि वो ऐसा क्यों कह रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वो पांच फिल्में साइन कर चुके हैं। राजू बन गया जेंटलमैन, चमत्कार, किंग अंकल, कभी हां कभी ना और दिल आशना है। मुझे बड़ी निराशा हुई। लेकिन मैंने शाहरुख से कहा कि कम से कम एक दफा फिल्म का सब्जेक्ट तो सुन लो। शाहरुख ने हमें अपने घर आने को कहा।”
“अगले दिन हम शाहरुख के घर पहुंचे। शाहरुख को हमने पूरी कहानी सुनाई। मुझे टेंशन हो रही थी कि कहीं शाहरुख से सोचकर मना ना कर दें कि उनकी एंट्री तो आधी फिल्म के बाद होगी। लेकिन शाहरुख ने कहा कि गुड्डू, मैं तुम्हारी फिल्म कर रहा हूं। लेकिन मैं तभी तुम्हें कोई डेट दे पाऊंगा जब मेरी साइन की हुई कोई एक फिल्म कैंसल हो जाए। क्योंकि तभी मैं तुम्हारी फिल्म की शूटिंग कर पाऊंगा। शाहरुख को जब मैंने बताया कि रवि का कैरेक्टर ऋषि कपूर निभाने वाले हैं तो वो बड़े खुश हुए। शाहरुख ने कहा कि ऋषि जी के साथ काम करना उनके लिए बहुत बड़ी बात होगी।”
“मैंने डेढ़ लाख रुपए में शाहरुख खान को दीवाना के लिए साइन कर लिया। उस ज़माने में किसी नए एक्टर को इतना अमाउंट देने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। मैंने शाहरुख को 11 हज़ार रुपए बतौर साइनिंग अमाउंट दिए। लेकिन मुझे टेंशन हो रही थी कि शाहरुख मेरी फिल्म की शूटिंग के लिए डेट्स निकाल पाएंगे कि की नहीं। किस्मत से राजू बन गया जेंटलमैन की शूटिंग कुछ दिन के लिए कैंसल हो गई। और शाहरुख के पास 20 दिन का समय हो गया। हमने अगले ही दिन दीवाना की शूटिंग स्टार्ट कर दी।”
“दीवाना साल 1986 में आई तमिल फिल्म वसंत रागम का रीमेक थी। उस फिल्म को एस.ए.चंद्रशेखर ने डायरेक्ट किया था। पहले वही दीवाना भी डायरेक्ट करने वाले थे। उसी वक्त वो इंसाफ की देवी फिल्म भी डायरेक्ट कर रहे थे। वो फिल्म मेरे पार्टनर ललित कपूर की पत्नी शबनम प्रोड्यूस कर रही थी। उस फिल्म में जितेंद्र व रेखा काम कर रहे थे। अरमान कोहली भी उस फिल्म में थे। शबनम जी ने मुझसे दीवाना में अरमान कोहली को साइन करने की सिफारिश की थी। उस वक्त मैंने अरमना कोहली को साइन कर भी लिया था। यानि शाहरुख से पहले अरमान कोहली दीवाना के हीरो थे। मगर किसी वजह से शबनम जी के साथ अरमान कोहली का झगड़ा हो गया। उन्होंने अरमान को अपनी फिल्म से निकाल दिया। कुछ दिन बाद अरमान के पिता राजकुमार कोहली ने मुझे फोन करके बताया कि अरमान दीवाना में भी काम नहीं करेगा।”
“मैं दुविधा में फंस गया था। इसी दौरान मुझे शेखर कपूर के साथ मणि रत्नम की फिल्म अंजली के स्पेशल इफैक्ट्स देखने चेन्नई जाने का मौका मिला। मैंने फ्लाइट में शेखर कपूर को अपनी दुविधा से रूबरू कराया। उस वक्त शेखर कपूर ने मुझे शाहरुख खान को दीवाना में कास्ट करने की सलाह दी थी। चेन्नई से लौटते ही मैंने शाहरुख से कॉन्टैक्ट किया। और उसने मुझे दिल्ली आकर मिलने को कहा। वो तब दिल्ली में ही था। इसी बीच एस.ए.चंद्रशेखऱ भी फिल्म से अलग हो गए। और उनकी जगह दीवाना डायरेक्ट करने के लिए मैंने राज कंवर को साइन कर लिया। हम दोनों साथ में शाहरुख से मिलने दिल्ली गए थे। शाहरुख से मुलाकात कैसी रही थी वो मैं आपको बता ही चुका हूं।”
दीवाना की शूटिंग के दिनों को याद करते हुए गु्ड्डू धनोआ ने और कुछ दिलचस्प कहानियां उस इंटरव्यू में बताई थी जो इस प्रकार हैं,”हमने नटराज स्टूडियो में एक बड़ा महंगा सेट तैयार कराया था। उस दिन हम काजल यानि दिव्या भारती की बर्थ डे पार्टी का सीन शूट कर रहे थे। उस एक सीन में फिल्म के कई मुख्य कलाकार थे। लेकिन शूटिंग वाले दिन सुबह मुझे पता चला कि शाहरुख तो चमत्कार की शूटिंग के लिए गोवा में है। मेरे लिए ये बहुत बड़ी मुसीबत थी। क्योंकि इतने सारे एक्टर्स को फिर से एक साथ जमा करना मुश्किल हो जाता। मैं फौरन गोवा के लिए निकल गया और किसी तरह शाहरुख को साथ लेकर लौटा। फिर हमने आराम से वो सीन शूट किया। हालांकि मेरे पार्टनर ललित कपूर ने मुझे बताया था कि शाहरुख को अपनी कुछ कॉस्ट्यूम्स पसंद नहीं आई थी।”
“दीवानगी के लिए नदीम-श्रवण को बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्टर का अवॉर्ड, शाहरुख खान को बेस्ट मेल डेब्यू अवॉर्ड, दिव्या भारती को लक्स न्यू फेस ऑफ दि ईयर ट्रॉफी, और तेरी उम्मीद तेरा इंतज़ार गीत के लिए समीर को बेस्ट लिरिस्ट अवॉर्ड मिले थे। कुमार सानू को सोचेंगे तुम्हें प्यार गीत के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर अवॉर्ड मिला। ऐसी दीवानगी पहला सॉन्ग था जो हमने रिकॉर्ड किया था। और उस सॉन्ग ने धूम मचा दी थी। यानि कॉस्ट्यूम्स, लोकेशन्स मायने नहीं रखती जब कोई फिल्म चलनी हो तो।”
“दीवाना हमने शाहरुख की बाकी पांचों फिल्म से पहले कंप्लीट कर ली। मैं जल्द से जल्द इसे रिलीज़ करना चाहता था। लेकिन इसी दौरान मुझे पता चला कि शाहरुख नहीं चाहते कि दीवाना पहले रिलीज़ हो। वो चाहते हैं कि उनकी पहली रिलीज़्ड फिल्म कोई सोलो स्टारर होनी चाहिए। दिल आशना है या राजू बन गया जेंटलमैन पहले रिलीज़ होनी चाहिए। मुझे ये बातें बुरी लगी थी। मैंने जब इस बारे में शाहरुख से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने किसी से ये नहीं कहा कि उनकी पहली रिलीज़्ड फिल्म कौन सी होनी चाहिए। शाहरुख ने मुझसे कहा कि गुड्डू तुम जब चाहो अपनी फिल्म रिलीज़ करो। मैंने शाहरुख को याद दिलाया कि अभी डबिंग होनी है। शाहरुख ने फौरन डबिंग के लिए डेट्स दे दी।”
“मनमोहन देसाई दिल्ली-यूपी में दीवाना को रिलीज़ करने वाले थे। उन्होंने कहा कि हमें फिल्म की एंडिंग बदलनी चाहिए। काजल को फिर से रवि के साथ जाना चाहिए। ना कि राजा के साथ रहना चाहिए। यानि मनमोहन देसाई चाहते थे कि ऋषि कपूर का कैरेक्टर रवि आखिरी में मरे नहीं। बल्कि राजा मर जाए। लेकिन मैंने मना कर दिया। फिल्म रिलीज़ हुई और पहले दिन से ही हिट साबित हो गई। भारत के कुछ थिएटर्स में तो दीवाना ने गोल्डन जुबली भी मनाई। दीवाना की कामयाबी ने शाहरुख की बाकि फिल्मों को भी फायदा पहुंचाया। दीवाना की रिलीज़ के कुछ दिन बाद शाहरुख मुझे आरोग्य निधी अस्पताल के बाहर मिले थे। मेरे साथ मेरी मां थी। शाहरुख ने उनके पैर छुए थे।
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