कांटो भरा ताज कर रहा इंतजार: कौन होगा हरियाणा बीजेपी का नया प्रधान?
हरियाणा में नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष बदलने को लेकर चर्चा चालू है। हालांकि लोकसभा चुनाव के चलते इस चर्चा पर कुछ समय के लिए विराम लगा था, पर लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद भाजपा अब सरकार और संगठन अलग-अलग करना चाह रही है। वर्तमान में नायब सिंह सैनी हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं और मुख्यमंत्री पद पर भी आसीन हैं।
पार्टी द्वारा सैनी को पिछले साल 27 अक्टूबर को भाजपा हरियाणा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। इस पद पर काम करते हुए सिर्फ छह महीने हुए थे कि अचानक उन्हें हरियाणा का सीएम बना दिया गया। उसके बाद आए लोकसभा चुनाव में सैनी ने सत्ता और संगठन दोनों की कमान संभाली। पर अपने पहले ही इम्तिहान में सैनी लगभग फेल ही हुए। यही वजह है कि हरियाणा में सत्ता और संगठन को अलग-अलग किए जाने की कवायद शुरू हो गई है।
कांटो भरे ताज का कौन होगा हरियाणा बीजेपी का नया प्रधान ?
वैसे तो हरियाणा भाजपा का गढ़ माना जाता है पिछले 10 साल से हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चल रही है । परंतु लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने खस्ता हाल प्रदर्शन किया है । जहां 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा हाफ हो गई है और इसी बात का डर भाजपा नेताओं को सता रहा है कि कहीं लोकसभा चुनाव में हाफ तो विधानसभा चुनाव में साफ ना हो जाए । ऐसी स्थिति में जिस भी सिर पर भाजपा प्रधान पद की पगड़ी रखी जाएगी उसको पहले इम्तिहान में कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी और पहला इम्तिहान अक्टूबर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का होगा ।
किस-किस के नाम हैं हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष की दौड़ में?
इस लिस्ट में अनिल विज, बंतो कटारिया, ओपी धनखड, संजय भाटिया सहित कई नाम और चेहरे आजकल दिल्ली दरबार के चक्कर लगाते हुए देखे जा सकते हैं। परंतु दौड़ में जो नाम सबसे आगे चल रहा है उनमें पंजाबी समाज से आने वाले संजय भाटिया प्रमुख हैं। सिख समुदाय का हरियाणा में बड़ा वोट बैंक है। ऐसे में अगर बीजेपी उसे आगे रखती है तो किसी पंजाबी चेहरे पर दांव खेल सकती है। इसमें सबसे पहला नाम अनिल विज और संजय भाटिया का सामने आया है। अनिल विज गृहमंत्री भी रह चुके हैं और संजय भाटिया की गिनती मनोहर लाल के नजदीकी लोगों में की जाती है।
परंतु दोनों की अच्छाइयों के साथ-साथ दोनों की कमियों पर भी पार्टी ध्यान दे रही है। अगर जाट चेहरे की बात करें तो ओपी धनखड़ लिस्ट में शामिल हैं। नाम सुभाष बराला और कैप्टन अभिमन्यु का भी है। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि ओपी धनखड़ पर मनोहर लाल खट्टर संभवतः राजी नहीं होंगे क्योंकि नायब सिंह सैनी से पहले पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं।
एससी चेहरों में बंतो कटारिया का नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए लिया जा रहा है। वह हरियाणा में एससी समाज का बड़ा चेहरा हैं। बंतो कटारिया वर्ष 1980 से बीजेपी से जुड़ी हुई हैं। तो सिरसा से चुनाव लड़ने वाले अशोक तंवर भी एससी चेहरे के तौर पर शामिल हैं।
अध्यक्ष जाट होगा या गैर जाट?
हरियाणा में जाट समुदाय की आबादी 22 से 25% के आसपास है और इन्हें नजरअंदाज करना बीजेपी के लिए मुश्किल पड सकता है । खासतौर पर लोकसभा चुनाव के बाद जब उनका प्रदर्शन हरियाणा में खराब होता हुआ नजर आया। अभी जिन नाम पर चर्चा हो रही है, उन में ब्राह्मण, पंजाबी से लेकर एससी भी शामिल हैं। बीजेपी का वोट परसेंटेज हरियाणा में लगातार गिरता हुआ नजर आ रहा है, अब किस पर भारतीय जनता पार्टी ज्यादा ध्यान देगी यह देखने वाली बात होगी।
सूत्रों के मुताबिक अगले सप्ताह तक पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर सकती है। विधानसभा चुनाव नजदीक है और पार्टी उसी का नाम आगे करेगी जो संगठन को साथ लेकर चल सके। लोकसभा चुनाव में हरियाणा के अंदर भाजपा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पूरा ध्यान विधानसभा के चुनाव में देगी।
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