बीमारी है या बहाना ? अरविंद केजरीवाल ने जमानत के 7 दिन बढ़ाने की मांग करी
केजरीवाल नौटंकीबाज है : दिल्ली भाजपा
प्रेरणा ढींगरा : केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका में अंतरिम जमानत 7 दिन बढ़ाने को कहा है। मेडिकल जांच का हवाला देते हुए 7 दिन की जमानत बढ़ाने की मांग की गई है, वैसे अरविंद केजरीवाल को कोर्ट द्वारा 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी।
आपको बता दे की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से अपील की है कि उनकी जमानत को 7 दिन के लिए बढ़ा दिया जाए क्योंकि आम आदमी पार्टी के मुताबिक सीएम केजरीवाल को अभी PET-CT स्कैन के साथ कई दूसरे टेस्ट की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके जांच के लिए 7 दिन का समय मांगा गया है। 10 मई के दिन सुप्रीम कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली थी। चुनाव में प्रचार करने के लिए उनके यह जमानत दी गई थी। अब जमानत को बढ़ाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका के अंदर अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि उनके शरीर में कीटोन लेवल बढ़ गया है। मैक्स में डॉक्टर की जांच से यह बात पता चली है। तबीयत खराब होने के कारण जांच के लिए 7 दिन की मोहलत मांगी गई है।
कोर्ट ने अंतरिम जमानत क्या कह कर दी थी ?
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्त की बेंच निजमानस ने आदेश देते हुए कहा था कि “लोकसभा चुनाव इस साल की सबसे महत्वपूर्ण घटना है। करोड़ों मतदाता अगले 5 साल के लिए इस देश की सरकार चुनने के लिए अपना वोट डालेंगे। आम चुनाव लोकतंत्र को जीवन शक्ति प्रदान करते हैं।” यह कहते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 1 मई को सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी।
केजरीवाल को जेल क्यों भेजा गया?
सीएम अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार हुए थे। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने पूछताछ के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल को 9 समन भेजे थे। मुख्यमंत्री केजरीवाल को पेश होने का आदेश दिया गया था लेकिन केजरीवाल ने किसी भी सम्मान का जवाब नहीं दिया और ना ही पेश हुए। उन पर आरोप है कि उन्होंने शराब घोट में मुख्य साजिश की है।
आतिशी ने इस बात पर क्या बोला?
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने कहा है कि “दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी अंतरिम जमानत की अवधि 7 दिन बढ़ाने के लिए याचिका दायर की है। जब वह ईडी की हिरासत और न्यायिक हिरासत में थे तो उनका वजन 7 किलो कम हो गया था। अचानक वजन कम होना चिंता का विषय है। डॉक्टरों की देखरेख में होने के बावजूद वह दोबारा अपना वजन हासिल नहीं कर पाए हैं। प्रारंभिक परीक्षणों से पता चला है कि उसके कीटोन का स्तर बहुत अधिक है और उच्च कीटोन स्तर के साथ उसका वजन अचानक कम हो गया है। इससे कैंसर सहित गुर्दे के खराब होने का खतरा है। इसलिए डॉक्टरों ने सुझाव दिया है कि उन्हें अपने पूरे शरीर के पीईटी स्कैन और ऐसे अन्य गंभीर परीक्षणों सहित कई जांचों की आवश्यकता है।”
नौटंकी बाज है केजरीवाल : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष
भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि “दिल्ली के भ्रष्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नौटंकी फिर से शुरू हो गई है। अब इस नौटंकीबाज ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में है कि मेरी 7 दिन की अंतरिम जमानत बढ़ाई जाए। पूरे प्रचार के दौरान उनकी तबियत ठीक थी। दिल्ली के चुनाव प्रचार में बिल्कुल ठीक थे।उन्होंने रिपोर्ट भी प्राइवेट अस्पताल की जमा की है। वो नए-नए टेस्ट करवा रहे हैं। वो नई-नई बीमारी का बहाना दे रहे हैं। अगर स्वास्थ्य खराब है तो वह पंजाब के चुनाव प्रचार में क्या कर रहे हैं। वो सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं। वो अगले तीन दिन पंजाब में रहेंगे और वहां ड्रामा करेंगे ताकि किसी तरीके से अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ जाए। अब नौटंकीबाज का क्या करना है यह दिल्ली, पंजाब और देश की जनता को तय करना है।
10 मई को मिली जमानत 1 जून तक के लिए है । अरविंद केजरीवाल को 2 जून के दिन आत्मसमर्पण करके तिहाड़ जेल लौटना है । हालांकि, अब सुप्रीम कोर्ट में 7 दिन जमानत बढ़ाने के लिए याचिका दायर की गई है। राजनीतिक गलियों में कई सारे सवाल उठ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने तो सीधा अरविंद केजरीवाल को डरपोक ही कह दिया है। लोगों ने सवाल उठाया है कि क्या यह बीमारी जेल जाने से बचने के लिए है और क्या सुप्रीम कोर्ट इस बात को सच मानते हुए अंतरिम जमानत के 7 दिन बढ़ाएगा ?
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