कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटाया : क्या है नए रेट और टैक्स घटने से क्या पेट्रोल डीजल के रेट में मिलेगी छूट?
केंद्र की मोदी सरकार ने लोकल लेवल पर उत्पादन किया जाने वाले क्रूड ऑयल के एक्सपोर्ट पर स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी जिसे विंड फॉल टैक्स कहा जाता है घटा दिया है । पहले विंड फॉल टैक्स 8400 प्रति मीट्रिक टन लगता था । अब 5700 प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया है । यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू भी हो गया है । आपको बता दे हर 15 दिन पर सरकार विंडफॉल टैक्स को लेकर रिव्यू मीटिंग करती रहती है । इसके पहले विंड फॉल टैक्स 1 मई को घटाया गया था तब विंडफॉल टैक्स 9600 प्रति मेट्रिक टन था और घटाने के बाद 8400 प्रति मीट्रिक टन हो गया था । मतलब 15 दिन में टैक्स लगभग 3900 प्रति मीट्रिक टन घट चुका है । परंतु अगर देखा जाए अप्रैल के महीने में वाइंडफॉल टैक्स की कीमत 6800 प्रति मेट्रिक टन थी जिसे सरकार ने 16 अप्रैल की समीक्षा बैठक में बढ़कर 9600 प्रति टन कर दिया था ।
क्या होता है विंड फॉल टैक्स
आम जनता शायद नहीं जानती कि पेट्रोल या डीजल जो आप अपनी गाड़ी में डलवाते हैं उसे पर कितने तरह के टैक्स लगते हैं तो आज आपको बताते हैं आखिरकार विंडफॉल टैक्स होता क्या है। दरअसल ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल और पेट्रोल डीजल एटीएफ जैसे रिफाइनरी उत्पादों के दाम घटते बढ़ते रहते हैं । सरकार इन्हीं पर लगाम लगाने के लिए विंडफॉल प्रॉफिट टैक्स लगाती है । मान लेते हैं अगर ग्लोबल मार्केट में कच्चा तेल पेट्रोल डीजल के दाम घरेलू बाजार की कीमत से ज्यादा हो तो ऐसी स्थिति में रिफाइनरी या निर्यात बढ़ती हैं ताकि वह फायदा ज्यादा से ज्यादा कमा सके और सरकार इस पर विंडफॉल प्रॉफिट टैक्स लगा देती है।
तो क्या आम आदमी को टैक्स के घटना का कोई फायदा मिलेगा या नहीं मिलेगा
अब आपके जहन में यह सवाल जरूर आएगा कि अगर टैक्स घट गया है तो पेट्रोल या डीजल के दाम भी घटना चाहिए। मगर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है ना तो पेट्रोल के दाम घटेंगे ना ही डीजल के दाम विंडफॉल टैक्स से घटना वाले हैं। विंडफॉल टैक्स सरकारी कागजों में तो घटाया गया है मगर आम आदमी को इसका कोई ना फायदा होगा ना ही नुकसान होगा। मतलब ना तो पेट्रोल के दाम घटेंगे ना ही बढ़ेंगे।
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