नैना चौटाला से बवाल मामले पर सियासत हुई तेज ,पक्ष और विपक्ष दोनों ने की इस मामले की कड़ी निंदा
सभी का एक सुर में कहना वोट की चोट से दे जवाब ना कि ईट की चोट से
खबरी प्रशाद चंडीगढ़
बीते दिन जननायक जनता पार्टी की हिसार से उम्मीदवार के साथ एक गांव में कथित तौर पर हुई झगड़ा बवाल को लेकर अब हरियाणा के सियासत में पक्ष एवं विपक्ष एक ही मंच पर आ गए हैं जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस घटना की कड़ी निंदा की है तो जननायक जनता पार्टी से नाराज चल रहे विधायक देवेंद्र बबली ने भी इस मामले पर नैना चौटाला का ही साथ देते हुए कहा है कि जिसको ऐतराज है वह वोट की चोट से जवाब दे ना कि ईट की चोट से ।
कौन लोग हैं जो किसान संगठनों के नाम का लबादा ओढ़कर प्रदेश में अशांति तथा अराजकता का माहौल पैदा करना चाहते हैं : ओ पी सिहाग
हम पिछले काफी दिनों से देख रहे हैं कि कुछ गांवों में किसान संगठनों की आड़ में कुछ शरारती लोग( जिन बारे आम चर्चा है कि ये लोग प्रदेश की दो राजनीतिक पार्टियों कांग्रेस एवं इनलो के कार्यकर्ता हैं) कुछ थोड़े बहुत गांवों में जजपा या बीजेपी के नेताओं का गांवों में घुसने पर विरोध कर रहे है।हो सकता है किसान आंदोलन के दौरान किसानों के साथ हुई ज्यादतियों के कारण किसानों की बीजेपी से नाराजगी हो पर जजपा से किस बात की नाराजगी य़ह बात समझ से परे है ।जजपा नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हमेशा किसानो के हित में कार्य किया है। हालांकि सभी किसान संगठनों के नेताओ ने पहले ही य़ह स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव के दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवारों का किसान संगठन से जुड़े किसान विरोध नहीं करेंगे मगर वो शांतिपूर्वक तरीके से गांव में आने वाले नेताओं से सवाल कर सकते हैं। किसान नेताओं ने स्पष्टतौर पर कह रखा है कि अगर किसी पार्टी से नाराजगी है तो वोट की चोट से उसको मारो। उसके बावजूद कुछ गांवों में मुट्ठीभर लोग जो कांग्रेस या इनलो के कार्यकर्ता हैं जानबूझकर किसानों के नाम पर चुनाव के माहौल को खराब करने पर तुले हुए हैं।
हरियाणा के इतिहास में दिनांक 10 मई को जींद जिले के गांव रोजखेङा में लोकसभा हिसार से जजपा की महिला उम्मीदवार श्रीमति नैनासिंह चौटाला के काफिले पर( जिसमें ज्यादातर महिला कार्यकर्ता साथ थी) जिस तरह से कुछ अराजक एवं गुंडा तत्वों द्वारा शराब के नशे में हथियारों से लैस होकर हमला किया , नैना सिंह के साथ चल रही महिलाओं के साथ ज्यादती की, बदसलूकी की, बदतमीजी की ,उनके साथ गाली-गलौज की तथा धक्का-मुक्की की और तो और एक महिला नेत्री के कपड़े तक फाडने बारे भी चर्चाएं हैं । उन अराजक तत्वो के हमले में जजपा की उचाना हल्के की महिला शाखा की अध्यक्ष श्रीमती मुकेश डुमरखा, महिला नेत्री सीमा बददोवाल सहित 6 कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हुए तथा काफिले में शामिल एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई । कुछ गुंडे तत्वो द्वारा किए गए इस कायराना हमले से जींद जिले से लेकर पूरे प्रदेश की बहुत बदनामी हुई है तथा प्रदेश में जिस तरह सरे आम कुछ गुंडे तत्वो ने किसानो की आड़ में हमारी मातृशक्ति पर हमला करके ऐसा गुनाह किया है जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए वो कम है क्योंकि हमारे समाज में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है पर इस घटना ने हम सबको बुरी तरह झकझोर दिया है। य़ह घटना दर्शाती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का बिल्कुल दिवाला पिट गया है।
लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व होता है। हां लोक तंत्र कहे या प्रजातंत्र जिसमें लोग निष्पक्ष तरीके से किसी भी पार्टी के या निर्दलीय उम्मीदवार के पक्ष में अपना मतदान करके लोक सभा, विधानसभा या पंचायतीराज संस्थाओं में अपने क्षेत्र से प्रतिनिधि चुनने का काम करते हैं। इन चुनावों को निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने की जिम्मेदारी राज्य निर्वाचन आयोग या भारत निर्वाचन आयोग की होती है। अब निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है कि हरियाणा में जो 25 मई 2024 को लोक सभा के चुनाव हो रहे हैं वो बिल्कुल शांति पूर्ण तरीके से हो, विरोध की आड़ में किसानो के झूठे नाम लेकर जो अराजक तत्व प्रदेश के माहौल को खराब करना चाहते हैं उन पर नकेल कसी जाए तथा श्रीमति नैना सिंह चौटाला के काफिले पर कुछ गुंडे तत्वो द्वारा जो हमला किया गया है उसमे शामिल सभी लोगों को तथा साजिशकर्ताओं की पहचान करके सख्त कार्रवाई की जाये । प्रदेश के सभी किसान संगठनों की भी य़ह जिम्मेदारी बनती है कि वो ऐसे लोगों पर नजर रखे जो उनके नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने पर लगे हुए हैं तथा आम पब्लिक में उनको अपना स्टैंड भी स्पस्ट करना चाहिए। इसके अलावा हमारे समाज के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों , विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को भी चाहिए कि वो इस तरह की घटनाओं की आलोचना करे,निंदा करे तथा सभी से अपील भी करे कि ऐसे अवांछित कार्यो में लोग शामिल न हो तथा प्रदेश में माहौल को किसी भी सूरत में खराब न होने दे ।
टोहाना में नैना चौटाला पर हमले को लेकर भड़के देवेंद्र बबली, बोले- परेशानी है तो वोट की चोट से देना चाहिए जवाब
हिसार से जननायक जनता पार्टी की प्रत्याशी नैना चौटाला के काफिले पर हुए हमले के मामले पर पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली भड़क गए। देवेंद्र सिंह बबली ने किसानों को नसीहत देते हुए कहा कि कुछ किसान किसानी को बदनाम कर रहे हैं। अगर किसी किसान को किसी प्रत्याशी से दिक्कत और परेशानी है तो वोट की चोट से उसका जवाब दे सकता है। लेकिन लोकतंत्र में इस प्रकार का विरोध करने की अनुमति किसी को नहीं है।
गौरतलब है कि देवेंद्र बबली यूं तो जननायक जनता पार्टी से ही विधायक है परंतु अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे और कई बार अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान भी देते हैं । पर इस मामले में वह अपनी ही पार्टी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं ।
नैना चौटाला के काफिले पर हुए पथराव पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, कहा- इस तरह की हरकतें लोकतंत्र पर धब्बा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को रोहतक स्थित भाजपा कार्यालय में पहुंचे। जेजेपी नेत्री नैना चौटाला के काफिले पर पथराव की मनोहर लाल ने निंदा की और कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। कोई भी एक व्यक्ति इस तरह की हरकत करता है तो इसे विरोध नहीं माना जाना चाहिए। इस तरह की हरकतें लोकतंत्र पर धब्बा है।
देश का पेट भरने वाला अन्नदाता कभी महिलाओं पर पत्थर बरसाने की सोच नहीं सकता – नैना चौटाला
महिलाओं को डराने और किसानों को बदनाम करने वालों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे – नैना चौटाला
जननायक जनता पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी नैना सिंह चौटाला ने कहा है कि सर्द रातों में खेतों में पानी लगाने वाला और जेठ के महीने में तपती लू के बीच पसीना बहाकर अन्न की पैदावार करके मंडियों में पहुंचाने वाला किसान कभी महिलाओं पर पत्थर बरसाने की सोच नहीं सकता है, किसानों द्वारा ऐसा तो करना दूर की बात है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोगों का पेट भरने वाला अन्नदाता महिलाओं को मां, बेटी, बहन मानकर उन्हें इज्जत देता है। नैना चौटाला ने कहा कि उचाना में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले किसान नहीं बल्कि हमारे विरोधियों से प्रेरित शरारती तत्व हैं, जो प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते है और किसानों के नाम पर राजनीतिक फायदा उठाना चाहते है। शनिवार को हिसार से जेजेपी प्रत्याशी नैना सिंह चौटाला बवानीखेड़ा हलके में विभिन्न गांवों के दौरे के दौरान ग्रामीणों को संबोधित कर रही थी।
जेजेपी उम्मीदवार नैना सिंह चौटाला ने जनसंपर्क के दौरान भावुक होते हुए कहा कि एक महिला प्रत्याशी होने के नाते उनका हौसला कम करने के लिए उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है ताकि वे जनता के बीच न आ सके, लेकिन वे ऐसे लोगों से डरने वाली नहीं हैं। नैना चौटाला ने कहा कि वे इस देश की आधी आबादी में से आती है और संसद में महिलाओं की आवाज बनने के लिए चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग हमें रोकना और किसानों के नाम को बदनाम करना चाहते है, वे कभी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होंगे।
नैना चौटाला ने आगे कहा कि देश के अन्नदाता के नाम पर इस तरह की राजनीति करना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि सबके घरों में बेटियां है, वो किसके भरोसे घर के बाहर निकलेगी। जेजेपी प्रत्याशी ने कहा कि इस तरह की हरकत किसान कभी नहीं कर सकते और यह सब समझते है। उन्होंने ग्रामीणों से पूछा कि क्या किसान महिलाओं का अपमान कर सकते है?, क्या किसान बहन-बेटियों पर हमला कर सकते है?, किसान कभी ऐसा नहीं कर सकते बल्कि किसान देश का पेट भरते है। नैना चौटाला ने कहा कि जिन लोगों ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया है, जनता उन्हें वोट की ताकत से जवाब दें। जेजेपी प्रत्याशी नैना सिंह चौटाला ने बवानीखेड़ा हलके में बलियाली, सुई, जाटू लोहारी, सिवाड़ा, कुंगड, भैणी, मुंढाल कलां, मुढाल खुर्द सहित एक दर्जन गांवों में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा नैना चौटाला का जोरदार स्वागत किया गया।
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